Lucknow News : तेज धमाके से उड़ी पटाखा गोदाम की छत, एक घायल
गोसाईगंज के जौखंडी गांव के बाहर खेतों में बने गोदाम में हुआ हादसा, सुरक्षा के नहीं थे इंतजाम

दमकल कर्मियों से दो घंटे में स्थिति पर पाया काबू, मलबे में आधे घंटे दबा रहा मजदूर
Explosion in firecracker warehouse : गोसाईंगंज के जौखंडी गांव में सोमवार दोपहर पटाखा गोदाम में तेज धमाका हुआ। धमाका इतना तेज था कि गोदाम की छत हवा में 20 फीट ऊपर उड़ गई। सीमेंट की चादरों के टुकड़े आधा किलोमीटर दूर खेतों में जाकर गिरे। वहीं, अंदर काम कर रहा मजदूर सलमान (34) मलबे में दब गया। सूचना पर पहुंची दमकल की गाड़ियों ने आग पर काबू पाया। इसके बाद सलमान को बाहर निकाला गया। पास के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है।
गोसाईगंज के अमेठी कस्बा निवासी मो. निसार का जौखंडी गांव के बाहर खेतों में पटाखा बनाने का कारखाना है। कारखाने में ही निसार पटाखों का भंडारण करता है। यह सिलसिला पिछले सात-आठ साल से चल रहा है। सोमवार दोपहर में उसका भतीजा सलमान गोदाम में काम कर रहा था। दोपहर करीब 12.20 बजे अचानक तेज धमाका हुआ। गोदाम की चारों तरफ की दीवार ढह गई। छत हवा में उड़ गई। धमाके कितना तेज था इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि गोदाम की छत पर पड़ी सीमेंट की चादर करीब आधा किमी दूर जाकर गिरी।
ताबड़तोड़ धमाकों से दहला इलाका
धमाके के बाद गोदाम से आग की लपटें निकलने लगी। गोदाम में रखे पटाखों में ताबड़तोड़ विस्फोट होने लगे। धमाकों की आवाज सुनकर इलाका दहल गया। काम कर रहा सलमान अंदर मलबे में दब गया। चीख-पुकार सुनकर ग्रामीण दौड़े और पुलिस को सूचना दी। पुलिस के पहुंचने के बाद किसी तरह सलमान को बाहर निकाला गया। वह मलबे में आधे घंटे दबा रहा। पास के निजी अस्पताल में भेजा गया। जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। मौके पर पहुंचे पीजीआई फायर स्टेशन के दमकलकर्मियों ने दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
2026 तक वैध है लाइसेंस
इंस्पेक्टर गोसाईंगंज बृजेश त्रिपाठी के मुताबिक मो. निसार को पटाखा बनाने का लाइसेंस मिला है। जिसकी वैधता 2026 तक हे। उन्होंने बताया कि पटाखा कारखाना व गोदाम में अग्निकांड से सुरक्षा के कोई उपकरण व इंतजाम नहीं थे। इंस्पेक्टर बृजेश त्रिपाठी के मुताबिक घायल मजदूर की हालत सामान्य हो रही है। गोदाम में धमाका कैसे हुई इसकी जांच की जा रही है।