संभल: 13 राज्यों में फैला था नेटवर्क...आधार कार्ड में फर्जीवाड़ा करने वाले 4 गिरफ्तार

संभल/बहजोई, अमृत विचार। संभल जनपद के बहजोई थाने की पुलिस ने फर्जी दस्तावेजों से आधार कार्ड में गलत सूचनाएं दर्ज करने वाले अंतर्राजीय गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए गिरोह में शामिल चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों के पास से 42 फर्जी जन्म प्रमाण पत्र, 6 पासपोर्ट, पैन कार्ड व अन्य दस्तावेजों के साथ ही लैपटॉप, फिंगरप्रिंट स्कैनर सहित तमाम इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद हुए हैं।
पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि बहरौली गांव निवासी चंद्रसेन द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत की जांच में पुलिस जुटी तो यह गिरोह सामने आया। चंद्रसेन ने बताया था कि विनोद नाम के व्यक्ति ने उसके मरणासन्न पुत्र के नाम पर धोखाधड़ी करके ट्रैक्टर खरीदा था और बेटे की मौत के बाद उस ट्रैक्टर को बेच दिया था। पुलिस जांच में जुटी तो पता चला की पंचम सिंह के नाम से दो आधार कार्ड बनाए गए थे जिनमें अलग-अलग जन्मतिथि थी। एक आधार कार्ड में असली जन्मतिथि तो दूसरे में उसकी उम्र 21 साल कम करके दर्ज कर दी गई थी।
पता चला कि प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा पॉलिसी करने के लिए आधार कार्ड में उम्र कम कराई गई थी। क्योंकि 50 साल से ज्यादा उम्र के व्यक्ति को यह बीमा पॉलिसी जारी नहीं होती। इतना ही नहीं पंचम सिंह की बदली हुई जन्म तिथि का आधार कार्ड बनवाने के लिए धोखाधड़ी करके उसका जन्म प्रमाण पत्र भीलवाड़ा राजस्थान राज्य से बनवाया गया था। इस प्रमाण पत्र को अपलोड करके आधार कार्ड में उम्र कम कराई गई थी। पुलिस अधीक्षक ने बताया की पुलिस ने इस गिरोह में शामिल आशीष निवासी अडोली व धर्मेंद्र निवासी बेनीनगला थाना उझारी जनपद बदायूं के साथ ही रौनक निवासी निजामपुर थाना उझानी जनपद बदायूं व कासिम निवासी वजीराबाद थाना तिमारपुर नई दिल्ली को गिरफ्तार किया है।
लैपटॉप सहित तमाम उपकरण हुए बरामद
संभल। पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह के पास से छह लैपटॉप, मोबाइल, एक डेस्कटॉप कंप्यूटर, पेटीएम साउंड बॉक्स ,रबर नुमा थंब इंप्रेशन ,फिंगरप्रिंट स्कैनिंग मशीन, बीडीएम फिंगरप्रिंट मशीन, स्कैनर, दो डेस्कटॉप, कैमरा, एक स्कैनर मशीन सहित तमाम उपकरण बरामद हुए हैं।
13 प्रदेशों से जारी 42 फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मिले
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गिरोह के पास से 42 फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बरामद हुए हैं। इनमें से 14 जन्म प्रमाण पत्र उत्तर प्रदेश से जारी किए हुए दिखाए गए हैं। जबकि चार पंजाब से जारी होने दिखाए गए हैं। इसके साथ ही वेस्ट बंगाल, तमिलनाडु, झारखंड हरियाणा व दिल्ली से जारी एक-एक प्रमाण पत्र मिला है। जबकि बिहार से जारी 9 प्रमाण पत्र गिरोह के पास से मिले हैं। इसके अलावा आंध्र प्रदेश के तीन, मध्य प्रदेश के दो, महाराष्ट्र के तीन, जम्मू कश्मीर व राजस्थान का एक -एक फर्जी जन्म प्रमाण पत्र गिरोह के पास से मिला है। इसके अलावा 36 पैन कार्ड प्रपत्र, 27 फिंगर अपडेट आवेदन प्रपत्र, 400 से ज्यादा आधार परिवर्तन इनरोलमेंट फॉर्म सहित तमाम दस्तावेज बरामद हुए हैं।
डेढ़ साल से कर रहे थे फर्जीवाड़ा
संभल। गिरोह के लोगों ने बताया कि वह डेढ़ साल से फर्जी वाड़े का यह काम कर रहे थे। आशीष और कासिम ने मिलकर धंधे की शुरुआत की थी। कासिम ने ही बताया था कि कैसे घर बैठे ही अपने फिंगरप्रिंट देकर बिना अधिकृत सेंटर पर जाए हुए आधार का विवरण बदला जा सकता है। गिरोह के लोगों ने फिंगरप्रिंट लेने के लिए अवैध तरीके से पोर्टल बनाए जो आधार जैसे दिखते थे। यह लोग अधिकृत ऑपरेटर को प्रलोभन देकर उसकी आईडी एक्सेस करने के बाद अपना फर्जीवाड़ा करते थे।