बरेली: नोडल अधिकारी बोले, मरीजों के उपचार में प्रारंभिक स्तर पर न हो लापरवाही

बरेली, अमृत विचार। अपर मुख्य सचिव एवं जनपद के नोडल अधिकारी डॉ. नवनीत सहगल और कौशल विकास मिशन के प्रबंध निदेशक कुणाल सिल्कू ने रविवार को रोहिलखंड मेडिकल कालेज, श्रीराम मूर्ति मेडिकल कालेज, राजश्री मेडिकल कालेज के चेयरमैनों, प्राचार्यों एवं डाक्टरों के साथ मेडिकल कालेजों में कोविड-19 से बचाव के लिए किए जा रहे कार्यों …
बरेली, अमृत विचार। अपर मुख्य सचिव एवं जनपद के नोडल अधिकारी डॉ. नवनीत सहगल और कौशल विकास मिशन के प्रबंध निदेशक कुणाल सिल्कू ने रविवार को रोहिलखंड मेडिकल कालेज, श्रीराम मूर्ति मेडिकल कालेज, राजश्री मेडिकल कालेज के चेयरमैनों, प्राचार्यों एवं डाक्टरों के साथ मेडिकल कालेजों में कोविड-19 से बचाव के लिए किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की।
इस दौरान नोडल अधिकारी ने तीनों मेडिकल कालेजों के प्रबंधकों से कहा कि मरीजों के उपचार में प्रारंभिक स्तर पर लापरवाही न हो। कोविड मरीजों का समय पर उपचार हो तो मरीज के लिए वेंटीलेटर पर पहुंचने की स्थिति शायद न आएगी। उन्होंने कहा कि इलाज में किसी भी प्रकार की समस्या आती है तो उसकी जानकारी तत्काल सूचना शासन-प्रशासन को दें। तीनों मेडिकल कालेजों में बेड संख्या बढ़ाने के निर्देश जारी किए।
राजश्री मेडिकल कॉलेज के सभागार में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए नोडल अधिकारी सहगल ने कहा कि कोरोना टेस्ट के लिए सैम्पलिंग बढ़ाएं। कोविड हेल्प डेस्क की संख्या भी बढ़ाने के निर्देश दिए ताकि आवागमन के दौरान संक्रमण के खतरे को बढ़ने से रोका जा सके। उन्होंने कहा कि कोई भी संदिग्ध व्यक्ति जैसे ही अस्पताल में प्रवेश करें तो उसी समय उसकी कोरोना जांच की जाए।
दवाइयों की कोई कमी नहीं होनी चाहिए। मरीजों को रेमडिसिविर इंजेक्शन लगाने के निर्देश दिए। किसी मेडिकल कॉलेज के पास इंजेक्शन खत्म हो गए हैं तो वह आपस में समन्वय कर इमरजेंसी के समय दूसरे मेडिकल कॉलेज से इंजेक्शन प्राप्त कर लें। पूर्ति होने पर उन्हें वापस कर दें।
उन्होंने बताया कि रेमडिसिविर इंजेक्शन मंगलवार तक और अधिक संख्या में बरेली को मिल जायेंगे। नोडल अधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी चंद्र मोहन गर्ग और प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. आरएन गिरी को निर्देश दिए कि स्टाक में कम से कम 500 रेमडिसिविर इंजेक्शन हर समय रखने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन के लिए तीनों मेडिकल कालेज जो पूर्ववर्ती रेट हैं, उसी के अनुसार क्रय-विक्रय करें। किसी भी स्तर पर ऑक्सीजन की कमी नहीं होनी चाहिए। कहा कि तीनों मेडिकल कॉलेजों द्वारा कोविड की रोकथाम में काफी सहयोग मिला है। जो भी मरीज देर से आए, उसकी फीडबैक रिपोर्ट एल-3 को दें। राजश्री मेडिकल कालेज को पीपीई किट उपलब्ध कराने के लिये जिला सर्विलांस अधिकारी डा. रंजन गौतम को निर्देश दिए।
इस मौके पर रोहिलखंड मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ. केशव अग्रवाल, अपर निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डॉ. जावेद हयात, डॉ. अमित गोयल के अलावा अन्य मेडिकल कॉलेजों के चेयरमैन, प्राचार्य और डाक्टर आदि अधिकारी उपस्थित रहे।