खुलासा : शराब मंगाने पर चचेरे भाईयों से हुआ था विवाद, गाली देने पर मारा

खुलासा : शराब मंगाने पर चचेरे भाईयों से हुआ था विवाद, गाली देने पर मारा

कानपुर, अमृत विचार। सिंगरापुर गांव में हुई दलेलपुर निवासी पवन की हत्या के मामले में गुरुवार को डीसीपी साउथ रविंद्र कुमार ने खुलासा किया। हत्यारोपियों ने बताया कि पवन तीन देशी शराब के क्वार्टर लाया था, जिस पर तीनों ने साथ में शराब पी। इसके बाद पवन ने हत्यारोपी चचेरे भाईयों से शराब मंगाने को कहा। पैसे न होने के कारण शराब लाने से मना करने पर पवन गाली गलौज करने लगा, जिस पर बाल आपचारी ने पवन की नाक में घूंसा मारने पर वह बेहोश हो गया था। हत्यारोपी ने उसे मरा समझ कुएं में फेंक दिया था। पुलिस ने आरोपियों को जेल भेज दिया। 

दलेलपुर निवासी मजदूर राजाबाबू प्रजापति का इकलौता बेटा पवन (21) बीते 16 दिसंबर की दोपहर घर से निकला था। शाम को मां राजरानी से फोन करके कुछ देर में सब्जी लेकर आने को कहा था, लेकिन कुछ देर बाद पवन का मोबाइल बंद हो गया था। चार दिनों तक पवन का कोई पता न चलने पर राजाबाबू ने 20 दिसंबर को बिधनू थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। 22 दिसंबर को पवन का शव सिंगरापुर गांव निवासी ओमप्रकाश के खेत में बने कुएं में शव उतराता मिला था। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची बिधनू पुलिस ने शव को कुएं से निकलवा कर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। पोस्मार्टम रिपोर्ट में पानी में डूबने से मौत का कारण स्पष्ट हुआ था। पुलिस मामले को आत्महत्या मान रही थी। स्थानीय लोगों ने आखिरी बार पवन को शराब ठेके पर दिखने की जानकारी परिजनों को दी। परिजनों पुलिस को जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस ने ठेके में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले। सीसीटीवी फुटेज में सिंगरापुर निवासी सुरजेश उर्फ गोरेलाल व उसका चचेरा भाई बाल आपचारी निकला। पुलिस ने आरोपियों को पकड़ कर कड़ाई से पूछताछ की, जिसके बाद हत्यारोपी टूट गए। 

हत्यारोपियों ने बताया कि शराब मंगाने पर उनका पवन से विवाद हो गया था। जिस पर बाल आपचारी ने दो घूंसे उसे जड़ दिए थे। नाक में घूंसा लगने पर पवन बेहोश हो गया। हत्यारोपियों ने उसे मरा समझ कुएं में फेंक दिया। बिधनू पुलिस ने सुरजेश को जेल व बाल आपचारी को बाल संप्रेक्षण गृह भेज दिया। 

डीसीपी साउथ रविंद्र कुमार ने बताया कि हत्यारोपी चचेरे भाई व मृतक पवन की तीन साल से दोस्ती थी। विवाद के दौरान पवन के बेहोश होने पर हत्यारोपियों ने उसे मरा समझ कर गमछे से बांध कर 500 मीटर दूर घसीट कर कुएं में ले गए। इसके बाद उसे कुएं में फेंक दिया था। थाना प्रभारी बिधनू प्रेमचंद्र ने बताया कि घटना को अंजाम देने के बाद हत्यारोपी बाल आपचारी फैक्ट्री में काम की तलाश में दिल्ली भाग गया था। वहीं सुरजेश हमीरपुर कुरारा स्थित खदान चला गया था। सुरजेश खदान में ट्रक ड्राइवर का काम करता था।

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