मुरादाबाद : मोबाइल की लत से बढ़ी टेक्स्ट नेक सिंड्रोम की समस्या, ऐसे करें बचाव

सेल फोन व कंप्यूटर पर लगातार काम करने से हाथ, गर्दन में आ रही अकड़न

मुरादाबाद : मोबाइल की लत से बढ़ी टेक्स्ट नेक सिंड्रोम की समस्या, ऐसे करें बचाव

मुरादाबाद, अमृत विचार। आज के दौर में हर व्यक्ति के पास मोबाइल फोन है। खाली समय में लोग इसका अधिक उपयोग करते हैं। कुछ युवा घंटों तक चैट करते हैं। जिससे उनके अंगूठों, हाथ और गर्दन में अकड़न आ रही है और उनकी मांसपेशियां दुख रहीं हैं। साथ ही गर्दन भी आगे की तरफ झुक जा रही है। इस दर्द से परेशान युवा प्रतिदिन हड्डी रोग विभाग की ओपीडी में दिखाने के लिए आ रहे हैं। पंडित दीनदयाल उपाध्याय जिला अस्पताल में जनपद के कोने-कोने से मरीज उपचार कराने आते हैं। जिसमें हड्डी विभाग में प्रतिदिन लगभग 200 मरीज पहुंच रहे हैं। इसमें से कई युवाओं को मोबाइल चलाने से समस्या हो रही है। जिसका वह उपचार कराने आ रहे हैं।

जिला अस्पताल के वरिष्ठ आर्थो सर्जन डॉ. शेर सिंह कक्कड़ ने बताया कि इसे टेक्स्ट नेक सिंड्रोम कहते हैं। लगातार अंगूठा चलाने से मांसपेशियों में थकान आ जाती है। गर्दन झुका कर काम करने से गर्दन पर भार पड़ता है। अधिक दिनों तक झुक कर मोबाइल फोन पर काम करते रहने से गर्दन भी झुक जाती है। ओपीडी में हर रोज औसत 15 से 20 मरीज टेक्स्ट नेक सिंड्रोम के आ रहे हैं। इनकी आयु वर्ग 14 से 30 साल के बीच है। इसमें हाथ में लगातार दर्द रहने, गर्दन में अकड़न और हाथ के सुस्त होने के लक्षण रहते हैं।

गर्दन झुकाने पर बढ़ जाता है वजन 
वरिष्ठ आर्थो सर्जन ने बताया कि सीधे बैठने पर गर्दन के ऊपर लगभग पांच किलो का वजन आता है। अगर गर्दन को आगे की तरफ झुकाया जाए तो यह वजन बढ़ जाता है। गर्दन की हड्डियों पर दबाव बढ़ता है। इससे मांसपेशियां थकान महसूस करती है। मरीजों में सिरदर्द, कंधे में दर्द, जबड़े में दर्द, सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस जैसे लक्षण मिल रहे हैं। कई रोगियों की गर्दन के पीछे उभार भी बन जाता है। रोगियों की डायग्नोसिस में बताया गया कि वे चार- पांच घंटे लगातार मोबाइल फोन की स्क्रीन पर निगाह जमाए रहते हैं।

ऐसे करें बचाव
मोबाइल फोन की स्क्रीन आंखों के लेवल पर लाकर देंखे। गर्दन और कमर सीधी रखें। बीच- बीच में उठकर टहल लें, तकलीफ बढ़े तो किसी विशेषज्ञ को जाकर दिखाएं। गर्दन झुकाकर मोबाइल स्क्रीन न देखें। मोबाइल देखने की अवधि कम करें।

केस-1
दीनदयाल नगर निवासी  कक्षा 11 की छात्र अमन ने बताया कि उसकी गर्दन आगे की तरफ झुक रही है। पीछे कूबड़ की तरह उभार आ गया है। इसके साथ ही हाथों में कमजोरी महसूस होती है। गर्दन दुखती है। वह छह घंटे से अधिक मोबाइल फोन देखता है।

केस-2
खुशहालपुर निवासी प्रमोद ने बताया कि वह मोबाइल फोन पर ऑनलाइन पढ़ाई करता है। लगभग आठ घंटे से अधिक स्क्रीन देखता रहता है। जिससे गर्दन में बेहद दर्द रहता है। उल्टी सी लगती है और चक्कर आता है। खड़े होने में भी दिक्कत होती है।

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