बरेली: सनातन पर बोलने वाले इस्लाम के खिलाफ बोलकर दिखाएं, सिर काट दिया जाएगा- महंत राजू दास

बरेली: सनातन पर बोलने वाले इस्लाम के खिलाफ बोलकर दिखाएं, सिर काट दिया जाएगा- महंत राजू दास

बरेली, अमृत विचार। बरेली पहुंचे अयोध्या हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने कहा कि भगवान श्रीराम किसी पार्टी, दल या सम्प्रदाय के नहीं, सभी के हैं। भगवान राम आस्था का केंद्र हैं। कण-कण में उनका वास है और हर जन के मन में उनके प्रति समर्पण का भाव है। इसलिए रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में किसी को निमंत्रण देने की जरूरत नहीं है, सभी आमंत्रित हैं। 

साथ ही कहा कि सनातन धर्म पर बोलने वालों में अगर हिम्मत है तो इस्लाम धर्म के खिलाफ बोलकर दिखाएं। सिर धड़ से अलग कर दिया जाएगा। दरअसल, महंत राजू दास बड़ा बायपास स्थित पार्क सिटी में चल रहे 21 कुंडिय श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ के समापन कार्यक्रम में शामिल होने बरेली पहुंचे हैं। इससे पहले रुहेलखंड यूनिवर्सिटी के गेस्ट हाउस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। जिसमें महंत राजू दास ने तमाम विषयों पर अपनी राय व्यक्त की।

सनातन धर्म पर सवाल उठाने वालों को जूतों से मारना चाहिए
महंत राजू दास ने कहा कि ईसाई मिशनरी सबसे ज्यादा सनातन धर्म को नुकसान पहुंचा रही है। इसके अलावा लव जिहाद, लैंड जिहाद, व्यापार जिहाद के माध्यम से सनातनियों को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन सनातनी अपनी जातियों में ही उलझे हुए हैं, जिससे काम नहीं चलेगा।

सनातनियों को संगठित और जागरूक होने की जरूरत है। इसके साथ ही अगर सनातन पर बात आ जाए और नेवला जैसे लोग रामचरितमानस को फाड़ने और जलाने की बात कहें तो उन्हें जूते से मारना चाहिए। साथ ही बीच चौराहे पर खड़ा करके फाड़ देना चाहिए। ताकि फिर कोई ऐसी हिम्मत न करे। 

असदुद्दीन ओवैसी समाज में जहर घोल रहे
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को समाज का भेदिया बताते हुए महंत राजू दास ने कहा कि ओवैसी समाज में जहर घोलने का काम कर रहे हैं। वह कहते हैं अयोध्या में बाबरी मस्जिद थी, बाबरी मस्जिद है और रहेगी। जब हमारी संख्या बढ़ेगी तो मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाएंगे। लेकिन हम सहिष्णु हैं, इसलिए ऐसे लोग बोल पाते हैं।

अगर साधु-संत अपनी से हटे तो ये नहीं बोल पाएंगे और इन्हें धर्मांतरण करने घर वापसी करनी पड़ेगी। भारत में रहने वाले सभी सनातनी हैं, जिनके पूर्वजों ने तलवार के बल पर सलवार को पहन लिया, वह इस्लाम को मानने वाले हैं। वहीं जिनके पूर्वज धन के लालची थे तो उन्होंने ईसाई धर्म को स्वीकार कर लिया। 

विपक्षी पार्टियों के पास बोलने को कोई मुद्दा नहीं
वहीं रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी को निमंत्रण दिए जाने पर विपक्ष के सवाल उठाने पर महंत राजू दास ने कहा कि प्रधानमंत्री पूरे देश के हैं। इसलिए हम चाहते थे कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भागवान राम की प्राण प्रतिष्ठा हो। जिसको लेकर ट्रस्ट के लोगों ने वार्ता करके प्रधानमंत्री को निमंत्रण भेजा था। जिसे उन्होंने स्वीकार किया। लेकिन विपक्ष का काम तो सिर्फ आरोप लगाना ही है। 

विपक्ष तो चाहता था वहां मंदिर की जगह सुलभ कॉम्पलेक्स बने। विपक्ष ने तो साधु-संतों को बोकोहराम, तालिबान और आईएसआई से तक जोड़ दिया और हिंदुत्ववादियों को आतंकवादी बता दिया। अब विपक्षी पार्टियों के पास बोलने के लिए कोई मुद्दा नहीं बचा है, इसलिए वो सनातन धर्म पर हमला कर रहे हैं। अगर उनमें हिम्मत है तो इस्लाम धर्म के खिलाफ बोलकर दिखाएं। सिर धड़ से अलग कर दिया जाएगा।

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