रामपुर: आजम खां को एक और झटका, जौहर ट्रस्ट को दी गई जमीन की लीज निरस्त, सपा सरकार में नियमों को ताक पर रखकर जौहर ट्रस्ट को आवंटित हुई थी जमीन
शहर विधायक आकाश सक्सेना ने सीएम से की थी शिकायत, मामले में हुई थी गोपनीय जांच, 100 रुपये सलाना पर आजम खां की जौहर ट्रस्ट को आवंटित हुई थी जमीन, शासन के आदेश पर डीएम रविंद्र कुमार मांदड़ ने गठित की थी जांच कमेटी

रामपुर, अमृत विचार। पूर्व मंत्री मोहम्मद आजम खां को योगी सरकार ने एक और बड़ा झटका दिया है। आजम परिवार को जन्म प्रमाण पत्र मामले में सजा के बाद अब जौहर ट्रस्ट से जमीन वापस ली जाएगी। मंगलवार को सीएम योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में यह निर्णय लिया गया है।
आजम खां के तोपखाना स्थित सपा कार्यालय दारूल अवाम और रामपुर पब्लिक स्कूल जिस जमीन पर बने हैं, उनको नियम विरुद्ध तरीके से हासिल किया गया था। दरअसल, जिस बिल्डिंग में स्कूल और कार्यालय संचालित होते हैं, उनमें पहले जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी और राजकीय मुर्तजा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय संचालित होते थे। लेकिन, सपा सरकार में आजम ने नियमों को ताक पर रखकर ये भवन मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए वर्ष 2012 में अपने नाम पट्टा करा लिया।
भाजपा विधायक आकाश सक्सेना का आरोप था कि आवंटित भूमि पर एक वर्ष के भीतर विश्वविद्यालय के संचालन के लिए निर्माण कराया जाएगा। इसके अतिरिक्त किसी अन्य प्रयोजन के लिए भूमि का प्रयोग नहीं किया जा सकता। उन्होंने इस संबंध में सीएम योगी से शिकायत की थी।
जिसमें आरोप था कि मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय के लिए आवंटित भूमि पर रामपुर पब्लिक स्कूल और सपा कार्यालय का संचालन होता है, जो आवंटन नियमों के खिलाफ है। मंगलवार को प्रदेश सरकार की कैबिनेट की बैठक हुई, जिसमें मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय को आवंटित की गई 3825 वर्ग मीटर भूमि की लीज को निरस्त कर जमीन को माध्यमिक शिक्षा विभाग को वापस करने का निर्णय लिया गया।
चार सदस्यीय कमेटी ने की थी जांच
जौहर ट्रस्ट को आवंटित की गई जमीन के दुरुपयोग के मामले में भाजपा विधायक आकाश सक्सेना ने मुख्यमंत्री से शिकायत की थी। जिसके बाद सरकार के आदेश पर डीएम रविंद्र कुमार मांदड़ ने एडीएम प्रशासन लालता प्रसाद शाक्य के नेतृत्व में चार सदस्यीय जांच कमेटी गठित की थी। इस टीम में एसडीएम सदर जगमोहन गुप्ता, जिला विद्यालय निरीक्षक मुन्ने अली, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी संजीव कुमार भी शामिल थे।
करीब 100 करोड़ रूपये है जमीन की कीमत
सपा नेता आजम खां को आवंटित जमीन की कीमत करीब सौ करोड़ रूपये है। दरअसल, यह जमीन किले को जाने वाली रोड के किनारे स्थित है, जिसका फ्रंट करीब आधा किलोमीटर है। जमीन का कुल रकबा 3825 वर्ग मीटर से अधिक है। राजस्व विभाग के अफसरों की मानें तो जमीन की वास्तविक कीमत करीब 100 करोड़ रूपये है, जिसको सपा सरकार ने मात्र 100 रुपए सालाना पर आजम खां की जौहर ट्रस्ट को आवंटित किया था।
सीतापुर जेल में सजा काट रहे आजम खां
सपा नेता आजम खां अपने पुत्र अब्दुल्ला आजम के दो जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के मामले में सीतापुर जेल में बंद हैं। जबकि, उनके पुत्र अब्दुल्ला आजम हरदोई और उनकी पत्नी डा. तजीन फात्मा रामपुर जेल में बंद हैं।
राजकीय मुर्तजा उच्च माध्यमिक विद्यालय और सपा कार्यालय की कमेटी गठित कर जांच कराई गई थी। जांच रिपोर्ट शासन को भेज दी गई थी, शासन से जैसे दिशा निर्देश मिलेंगे उसके अनुरूप ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। - रविंद्र कुमार मांदड़, जिलाधिकारी।
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