अयोध्या: समाज के निर्माण से होगा राष्ट्र का निर्माण- राज्यपाल आनंदी बेन पटेल

अयोध्या: समाज के निर्माण से होगा राष्ट्र का निर्माण- राज्यपाल आनंदी बेन पटेल
अवध विवि के विवेकानंद प्रेक्षागृह में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करतीं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल

अयोध्या, अमृत विचार। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि समाज के निर्माण से ही राष्ट्र का निर्माण होगा। इसके लिए बच्चों में विद्या ज्ञान के साथ ही सामाजिक तौर-तरीके को विकसित किया जाए। वह शुक्रवार को अवध विश्वविद्यालय के विवेकानंद सभागार में बाल विकास विभाग के कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने नवनियुक्त 144 कार्यकत्रियों को नियुक्ति पत्र, तीन से छह साल के बच्चों के लिए 250 प्री स्कूल किट्स, 338 आंगनबाड़ी केन्द्रों के लिए गैस कनेक्शन वितरण एवं इतने ही भोजन बनाने के लिए बर्तनों का सेट आदि का वितरण किया। उनके साथ संत व समाजसेवी रमेश भाई ओझा भी मौजूद थे।  

उन्होंने कहा कि सभी लोगों को भेदभाव से ऊपर उठकर बेटा और बेटियों को विकसित बनाना होगा। जब युवा पीढ़ी विकसित होगी, पढ़ी-लिखी होगी, संस्कारी होगी, परंपराओं को अच्छी तरह से जानेगी, तभी अच्छे समाज का निर्माण होगा। समाज के निर्माण से ही राष्ट्र का निर्माण होगा। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के विकसित भारत का सपना साकार होगा।  

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अवध विवि के विवेकानंद प्रेक्षागृह में आंगनबाड़ी को खिलौना प्रदान करतीं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल

उन्होंने आंगनबाड़ी केन्द्रों पर चार इंसीनेटर का वितरण, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत चार बालकों को लैपटॉप वितरण के साथ उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों व कार्यकत्रियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इसके पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान से हुई। इसके बाद अतिथियों का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया गया। जिलाधिकारी ने आयोजित कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी। समारोह में महिला एवं बाल विकास मंत्री बेबीरानी मौर्या, अयोध्या महापौर महंत गिरीश पति त्रिपाठी, जिला पंचायत अध्यक्ष रोली सिंह, विधायक रूदौली रामचन्दर यादव, विधायक चन्द्रभानु पासवान, मुख्य विकास अधिकारी कृष्ण कुमार सिंह के साथ जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला सूचना अधिकारी, आईसीडीएस व बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकत्री मौजूद रहीं।  

बच्चियों को शिक्षित करने का प्रयास कर रहे पूज्य संत  
राज्यपाल ने समाजसेवी व संत रमेश भाई ओझा की चर्चा करते हुए कहा कि ऐसे संत हैं जो शिक्षा क्षेत्र के साथ वर्षों से जुड़े हुए हैं। शिक्षा में भी सबसे ज्यादा बच्चियों को शिक्षित करने के लिए प्रयास कर रहे हैं। अटल आवासीय शिक्षा का अपनी कथाओं के माध्यम से प्रचार-प्रसार कर बेटियों की शिक्षा के प्रति लोगों को जागरूक कर रहे हैं। अपनी कथाओं में ज्यादातर बात शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सुरक्षा पर करके आम लोगों को जागरूक किया करते हैं।  

नन्हे-मुन्नों ने दी सुंदर प्रस्तुति, राज्यपाल ने की प्रशंसा  
विवेकानंद सभागार में आंगनबाड़ी के बच्चों ने मनमोहक और सुंदर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। राज्यपाल ने बच्चों की प्रशंसा की। कहा कि ऐसे बच्चों को तैयार करना बहुत ही कठिन होता है। अवध विश्वविद्यालय की छात्रा सृजनिका मिश्रा से विकसित भारत की संकल्पना और छात्र अभिषेक श्रीवास्तव से लौह पुरुष सरदार पटेल एवं राष्ट्रीय एकता पर की गई प्रस्तुति की भी प्रशंसा की। कहा कि प्रदेश के सभी शैक्षिक संस्थानों में छात्र-छात्राओं को इसी प्रकार तैयार किया जाना चाहिए।  
 
प्रदेश में मॉडल होंगे अयोध्या के आंगनबाड़ी केंद्र  
अयोध्या के आंगनबाड़ी केंद्र, पूरे प्रदेश में मॉडल के रूप में प्रस्तुत किए जाएंगे। केंद्रों के विकास के लिए अपनाई गई रणनीति को बताया जाएगा। राज्यपाल ने इसके लिए जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी की प्रशंसा की। बोली कि अयोध्या के आंगनबाड़ी केन्द्रों का कायाकल्प कराते हुए वहां बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने के लिए जो प्रयास किए गए हैं, वही प्रयास प्रदेश के सभी जिलों में कराकर पूरे प्रदेश के आंगनबाड़ी केन्द्रों को बेहतर बनाया जाएगा। यहां आंगनबाड़ी केन्द्रों के बच्चों को विभिन्न क्षेत्रों रेलवे स्टेशन, बाजार, पुलिस स्टेशन आदि का भ्रमण कराने, आंगनबाड़ी कार्यकत्री की परीक्षा व ट्रेनिंग के साथ उनके स्वास्थ्य के विषयों पर कार्य की प्रशंसा की।  

साकार हो रहा विकसित भारत का सपना  
राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश सरकार के आठ साल पूर्ण होने पर जिलों में तीन दिवसीय समारोह का आयोजन किया गया। मेरे द्वारा विभिन्न जिलों में प्रतिभाग किया गया। प्रदेश सरकार से गरीब व आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्तियों के विकास, महिलाओं को सशक्त व आत्मनिर्भर बनाने के भी प्रयास किए जा रहे हैं। विकसित भारत का सपना साकार हो रहा है।  

आंगनबाड़ी, नन्हें मुन्ने बच्चों व गर्भवती महिलाओं की देखभाल का मंच  
राज्यपाल ने आंगनबाड़ी केंद्रों को ग्रामीण इलाकों में नन्हें मुन्ने बच्चों व गर्भवती महिलाओं की देखभाल के लिए बना मंच बताया। कहा कि इस मंच से नन्हें मुन्नों बच्चों के पोषण, स्वास्थ्य और खेल आधारित शिक्षा दी जा रही है। आंगनबाड़ी भारत की सार्वजनिक स्वास्थ्य एवं शिक्षा, सेवा का महत्वपूर्ण हिस्सा है। उनके स्वास्थ्य, शिक्षा एवं शारीरिक विकास के साथ समावेशी विकास पर आधारित है।

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