लखनऊ : घोसी उप चुनाव का असर, भाजपा जिला अध्यक्षों की सूची में बदलाव संभव

लखनऊ : घोसी उप चुनाव का असर, भाजपा जिला अध्यक्षों की सूची में बदलाव संभव

लखनऊ, अमृत विचार। भाजपा संगठन की उत्तर प्रदेश इकाई में बड़े फेरबदल की तैयारी है। इस कड़ी में नए जिला अध्यक्षों की सूची कभी भी जारी हो सकती है। फिलहाल कहा जा रहा है कि पार्टी के मेरी माटी-मेरा देश अभियान के कारण सूची को रोका गया है लेकिन सूत्र बताते हैं कि घोसी उप चुनाव के परिणामों को देखते हुए फिर कुछ फेरबदल भी संभव है। ऐसे में जिलाध्यक्षों की सूची खासकर चार-पांच नामों को लेकर अटकी हुई है। सूत्रों के मुताबिक, भाजपा लगभग 40 नए जिला अध्यक्षों की सूची जारी करने वाली है। इसमें कई जिला अध्यक्षों में बदलाव होगा तो कई पुराने चेहरे पहले की ही तरह जिम्मेदारी संभालते रहेंगे।

प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी के स्तर से जारी होने वाली सूची के बाबत यह भी कहा जा रहा है कि लोकसभा 2024 को ध्यान में रखते हुए इसमें ताजा राजनीतिक हालातों में फेरबदल किया जाना है। दरअसल, भाजपा सरकार में घोसी औऱ खतौली जैसी सीटें हाथ से निकल जाने के बाद बड़े सांगठनिक बदलावों की संभावना और प्रबल है। ऐसे में भाजपा प्रदेश संगठन और पार्टी हाईकमान के बीच कई चरणों में हुए मंथन के बाद जिलाध्यक्षों के जो नाम तय हुए हैं उनमें दर्जनों जिलाध्यक्ष हट सकते हैं।

ऐसे में अवध क्षेत्र में सात तो वहीं बृज क्षेत्र में आठ जिलाध्यक्ष बदले जा सकते हैं। काशी क्षेत्र में भी वाराणसी समेत आठ जिलाध्यक्षों को बदला जाना संभव है। लखनऊ महानगर के जिलाध्यक्ष के अलावा कानपुर देहात, महोबा, अलीगढ, मथुरा, प्रयागराज, बहराइच और मेरठ के जिलाध्यक्ष बदले जाने तय माने जा रहे हैं।

नई सूची में युवा चेहरों को ज्यादा महत्व

माना जा रहा है कि जिलाध्यक्षों की छुट्टी करने का आधार चुनावों में प्रदर्शन और अन्य स्थानीय स्तर पर उनका कार्य प्रदर्शन होगा। पार्टी ने उत्तर प्रदेश को सांगठनिक दृष्टि से छह क्षेत्रों काशी, अवध, ब्रज, गोरखपुर, पश्चिम और कानपुर में बांटा है। इन सभी क्षेत्रों से नई सूची में युवा चेहरों को ज्यादा महत्व दिया जाएगा। स्थानीय सांसदों और विधायकों के मद्देनजर भी क्षेत्रीय औऱ जातीय समीकरण का संतुलन बनाने की कोशिश रहेगी।

पार्टी करेगी पिछड़ा वर्ग मोर्चा की बैठक

घोसी विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में हार से भाजपा चिंतित है। चुनाव परिणामों से सबक लेकर आगामी लोकसभा चुनाव में ऐसे हालात न बनें इसलिए पार्टी ने पिछड़ा वर्ग मोर्चा की बैठक बुलाएगी। इस बैठक में मिशन 2024 को लेकर रणनीति बनाने के साथ खास वर्ग में अपनी स्थिति को भी टटोला जाएगा। बैठक उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या भी मौजूदगी रहेगी।

यह भी पढ़ें : अयोध्या पहुंची एसएसएफ की दो कंपनी, संभालेगी आरजेबी परिसर की सुरक्षा