Kanpur में सांसद सत्यदेव पचौरी बोले- विपक्ष ने संसद का समय बर्बाद किया, मणिपुर पर चर्चा को तैयार था सत्तापक्ष

कानपुर में सांसद सत्यदेव पचौरी ने विपक्ष पर निशाना साधा।

Kanpur में सांसद सत्यदेव पचौरी बोले- विपक्ष ने संसद का समय बर्बाद किया, मणिपुर पर चर्चा को तैयार था सत्तापक्ष

कानपुर में सांसद सत्यदेव पचौरी ने विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा बेअसर रहेगी। संसद में हो-हल्ला करके देश का वक़्त बर्बाद विपक्ष ने किया।

कानपुर, अमृत विचार। कानपुर से भाजपा सांसद सत्यदेव पचौरी ने विपक्ष पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि मानसून सत्र में विपक्ष ने संसद का समय बर्बाद किया। सदन का निर्धारित अवधि में 43 फीसदी ही काम हुआ। फिरभी 23 बिल पारित हुए। तीन स्टैंडिंग कमेटी को भेजे गए। उनका कहना है कि विपक्ष का अलोकतांत्रिक रवैया होने कारण सार्थक बहस नहीं हो सकी।  

सांसद पचौरी ने कैम्प कार्यालय में प्रेसवार्ता में कहा कि अरविंद केजरीवाल को जोड़ने के लिए दिल्ली वाले विधेयक पर विपक्ष ने चर्चा में भाग लिया। यदि ऐसा न होता तो संभव था कि केजरीवाल विपक्षी मोर्चा 'इंडिया' का हिस्सा न होते।

उन्होंने कहा कि सदन में कांग्रेस का रवैया जनता देख रही थी। 2014 में विपक्ष को जनता ही जवाब देगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा अबकी लोकसभा चुनाव में राजीव गांधी का 1984 में 400 से ज्यादा सीटें लाने का रिकॉर्ड तोड़ने की तरफ तेजी से बढ़ रही है। उत्तर प्रदेश में सभी 80 सीटें जनता भाजपा की झोली में डाल देगी। 

राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पार्ट-2 में यूपी में राहुल का ठहराव होने की सूचना मिली है पर यह बेकार की कवायद साबित होगी। इस यात्रा का यूपी में कोई प्रभाव नहीं दिखेगा। केंद्र और राज्य सरकार की कल्याण योजनाओं का सीधा लाभ जनता को मिल रहा है। 

पचौरी ने कहा कि मणिपुर शांति बहाली के प्रयास जारी हैं। गृह मंत्री अमित शाह खुद वहां गए। कुकी और मैतेई दोनों के विधायक बराबर संपर्क में हैं। पीएम ने मणिपुर पर सदन के बाहर और सत्र के दौरान भी बयान दिया। फिर भी विपक्ष ने सदन नहीं चलने दिया।

उनके अविश्वास प्रस्ताव में कोई दम नहीं था। यह फ्लोर टेस्ट सरकार का नहीं विपक्ष का था। ऐसा ही 2018 में हुआ था। विपक्ष सत्ता का भूखा है।  उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदीजी न सदन में कहा है कि अगली सरकार के कार्यकाल में भारत को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाएंगे।