शाहजहांपुर: हस्ताक्षर मिले मगर वरिष्ठ सहायक गायब...डीएम ने कर दिया निलंबित

शाहजहांपुर/ जलालाबाद, अमृत विचार। डीएम धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने शनिवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जलालाबाद का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने साफ-सफाई, कर्मचारियों की उपस्थिति, दवाइयों की उपलब्धता आदि को देखा। वरिष्ठ सहायक ममता रस्तोगी के अनुपस्थित पाई गईं, जबकि उपस्थिति पंजिका में उनके हस्ताक्षर मिले। इस पर डीएम ने कड़ी नाराजगी जताते हुए उन्हें तत्काल निलंबित किए जाने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान अन्य अनियमितताएं भी मिलीं।
वरिष्ठ सहायक के उपस्थित पंजिका पर हस्ताक्षर होने और मौके पर अनुपस्थित रहने पर डीएम का पारा चढ़ गया। उन्होंने कहा कि यह स्थिति घोर आपत्तिजनक है, पूर्व में हस्ताक्षर करके धोखा दिए जाने का प्रयास घोर अनुशासनहीनता है, इसलिए ममता रस्तोगी को तत्काल निलंबित कर विभागीय कार्यवाही की जाए। एक अन्य सहायक सत्येंद्र प्रकाश भी मौके पर नहीं मिले, जिनके संबंध में बताया गया कि उनके पिता बीमार है, जिस कारण उनके द्वारा अवकाश लिया गया है। सत्येंद्र प्रकाश द्वारा दिए गए अवकाश प्रार्थना पत्र का सत्यापन करने पर उसमें अवकाश की अवधि अंकित नहीं मिली। इस पर डीएम ने असंतुष्टि जाहिर करते हुए स्पष्टीकरण तलब करने के निर्देश दिए। वहीं, लिपिक शशिकांत वर्मा व अचल दीक्षित दो दिवसों से अनुपस्थित मिले, उनसे भी स्पष्टीकरण तलब करने के निर्देश दिए।
एमओआईसी द्वारा बताया गया कि स्वास्थ्य केंद्र में 14 गार्डों की तैनाती है, मौके पर तीन गार्ड ही मौजूद मिले, इनमें से एक भी गार्ड निर्धारित यूनीफार्म में नहीं था। डीएम ने अनुपस्थित गार्डों का वेतन काटने तथा मौजूद गार्डों को निर्धारित वर्दी में ड्यूटी करने के सख्त निर्देश दिए। साथ ही संबंधित एजेंसियों को भी नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। डीएम ने विलंब से आने वाले सभी कर्मचारियों का स्पष्टीकरण तलब करने के निर्देश दिए हैं। इस अवसर पर एसडीएम ज्ञानेंद्र नाथ सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
गंदगी पर फार्मासिस्ट का जवाब तलब
निरीक्षण के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सफाई व्यवस्था भी दुरुस्त नहीं मिली। परिसर में फैली गंदगी पर फार्मासिस्ट का जवाब तलब करने के निर्देशित दिए गए। डीएम ने कहा कि स्वास्थ्य केंद्र में साफ-सफाई का उचित प्रबंध होना बहुत जरूरी है, गंदगी से ही तमाम बीमारियां फैलती हैं, इसलिए नियमित सफाई सुनिश्चित कराई जाए। उन्होंने चिकित्सालय की रंगाई-पुताई करवाने के भी निर्देश दिए।