अयोध्या : आबादी के आधार पर हिस्सेदारी की जंग में कांग्रेस भी कूदी, 25 जून को आयोजित होगा मंडलीय सम्मेलन
अमृत विचार, अयोध्या । देश के लोकसभा चुनाव के लिए अभी लगभग एक साल है, लेकिन सियासी दलों ने लोकसभा महासमर 2024 को लेकर मुद्दों को धार देनी शुरू कर दी है। केंद्र की सत्ता से दूर कांग्रेस अपनी खोई हुई सियासी ताकत को फिर से हासिल करने की जोर आजमाइश में जुटी है। इसी को लेकर पार्टी आबादी के आधार पर हिस्सेदारी की सियासी जंग में कूद पड़ी है। जातीय जनगणना और इसी जनगणना के आधार पर आरक्षण के मुद्दे को गर्म करने के लिए मंडल मुख्यालय पर 25 जून को सम्मेलन करने जा रही है।
लोकसभा महासमर की अभी से तैयारी में जुटी सत्ताधारी भाजपा ने मोदी सरकार के नौ साल के कार्यकाल के बहाने उपलब्धियों का बखान शुरू किया है। देश के बहुसंख्यक समाज को राम मंदिर तथा विभिन्न धार्मिक मुद्दों के आधार पर ध्रुवीकृत करने की कोशिश में जुटी है तो विपक्षी दलों ने जातीय जनगणना का राग छेड़ रखा है। विपक्षी दलों की ओर से आर्थिक और सामाजिक रूप से कमजोर वर्गों की ज्यादा आबादी का हवाला देते हुए कहा जा रहा है कि इन वर्गों को उनकी आबादी के हिसाब से आरक्षण मिलना चाहिए।
अब इस सियासी जंग में कांग्रेस ने भी इंट्री की है। प्रदेश मुख्यालय पर जातीय जनगणना कराओ, आरक्षण बढ़ाओ' सम्मेलन के सफल आयोजन के बाद प्रदेश के तमाम मंडलों में ऐसे सम्मेलन का निर्णय लिया है। अयोध्या मंडल में 25 जून को जातीय जनगणना कराओ, आरक्षण बढ़ाओ सम्मेलन आयोजित होना है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय सदस्य राजेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि कांग्रेस सामाजिक समरसता और गरीबों कमजोरों के सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक उत्थान के लिए काम करती है। लोकतंत्र में सभी को उनका हक मिलना ही चाहिए।
पार्टी के मीडिया प्रभारी सुनील सिंह रानू ने बताया कि पार्टी ने प्रदेश के मंडलों में सम्मेलन का निर्णय लिया है। अयोध्या मंडल में 25 जून को होना है, जबकि आगरा और कानपुर मंडल में संपन्न हो चुका है। 19 जून को वाराणसी, 21 को सहारनपुर,22 को बरेली और 26 को देवीपाटन मंडल में सम्मेलन प्रस्तावित है।
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