बीसीआई ने आदान-प्रदान कार्यक्रम के लिए ब्रिटिश समकक्ष के साथ करार पर किए हस्ताक्षर

बीसीआई ने आदान-प्रदान कार्यक्रम के लिए ब्रिटिश समकक्ष के साथ करार पर किए हस्ताक्षर

नई दिल्ली। बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) ने अपने ब्रिटिश समकक्ष और ‘लॉ सोसाइटी ऑफ इंग्लैंड ऐंड वेल्स’ के साथ एक ज्ञापन समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं जिसके तहत दोनों देशों के वकीलों के लिए आदान-प्रदान कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। माना जा रहा है कि इससे दोनों देशों के वकीलों को अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता सहित विभिन्न कानूनी मुद्दों पर अनुभव और कौशल प्रशिक्षण प्राप्त करने में मदद मिलेगी।

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मंगलवार को जारी एक बयान के मुताबिक, देश के शीर्ष बार निकाय ने ‘बार काउंसिल ऑफ इंग्लैंड ऐंड वेल्स’ और ‘लॉ सोसाइटी ऑफ इंग्लैंड ऐंड वेल्स’ के साथ सोमवार को लंदन में ज्ञापन समझौते पर हस्ताक्षर किये। हालांकि, बयान में स्पष्ट किया गया है कि आदान-प्रदान कार्यक्रम के तहत भारतीय वकीलों को ब्रिटेन में वकालत करने की अर्हता प्राप्त नहीं होगी।

बयान में कहा गया, ‘‘ज्ञापन समझौते की शर्तों के तहत बीसीआई द्वारा अनुशंसा किए गए वकीलों को ब्रिटेन में वकालत की अनुमति नहीं होगी। इस समझौते का उद्देश्य वकीलों को दोनों न्यायपालिकाओं के अध्ययन करने और अनुभव प्राप्त करने का अवसर प्रदान करना है।’’

बीसीआई के अध्यक्ष और वरिष्ठ अधिवक्ता मनन कुमार मिश्रा ने कहा कि यह समझौता दोनों देशों के कानूनी पेशेवरों के बीच कानूनी अनुभव बढ़ाने, कौशल विकास में मदद करेगा और इससे भारतीय वकीलों को लाभ होगा। मिश्रा ने समझौते के दौरान वकीलों के शीर्ष निकाय बीसीआई का प्रतिनिधित्व किया।

उन्होंने कहा कि वकीलों और विधि छात्रों को अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता के क्षेत्र में दक्षता हासिल करने का मौका मिलेगा। साथ ही वे प्रतिष्ठित कानूनी फर्मों के कार्यालयों में और प्रख्यात सॉलिसीटर तथा बैरिस्टर के कार्यालयों में अध्ययन तथा काम का अनुभव हासिल कर सकेंगे।

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