राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराने का फैसला सचिवालय ने नियमानुसार लिया: आठवले
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चेन्नई। केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने रविवार को कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से 'अयोग्य' ठहराए जाने से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) या राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का कोई लेना-देना नहीं है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री ने चेन्नई में कहा कि गांधी को लोकसभा की सदस्यता से 'अयोग्य' ठहराने का फैसला लोकसभा सचिवालय ने नियमानुसार लिया है।
आठवले ने 2024 के लोकसभा चुनाव में राजग को समर्थन देने के अपने रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) के फैसले की भी घोषणा की। आठवले ने पत्रकारों से कहा, "राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से 'अयोग्य' ठहराना भाजपा का फैसला नहीं था। यह फैसला संसद का था। लक्षद्वीप के एक सांसद को भी नियमानुसार लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराया गया था।"
उन्होंने कहा कि एनसीपी के मोहम्मद फैजल को हत्या के प्रयास के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद इस साल जनवरी में लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। लंदन के एक विश्वविद्यालय में राहुल गांधी द्वारा लोकतंत्र को लेकर दिए गए बयान पर आश्चर्य जताते हुए आठवले ने कहा, "अगर यहां लोकतंत्र नहीं था, तो कांग्रेस देश में कई वर्षों तक सत्ता में कैसे रही?"
अपनी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारी समिति की बैठक में हिस्सा लेने चेन्नई पहुंचे आठवले ने कहा, "हमारी पार्टी के प्रदेश अध्यक्षों तथा कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक के प्रतिनिधियों ने बैठक में भाग लिया और 2024 के लोकसभा चुनाव में राजग गठबंधन को समर्थन देने का फैसला किया।"
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