गरमपानी: देश के अंतिम गांव माणा से धारी गांव पहुंचा महिला किसानों का दल

गरमपानी, अमृ विचार। पर्वतीय कृषि अनुसंधान प्रशिक्षण केंद्र हवालबाग के तत्वाधान में बेतालघाट ब्लॉक के धारी गांव में चमोली जनपद के माणा गांव से पहुचे काश्तकारों के दल ने फलदार पौधों की बेहतर पैदावार के तौर तरीके जाने। एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में किसानों ने आडू, खुमानी, पूलम, सेब, नाशपाती आदि फलदार पौधों के विषय में विभिन्न जानकारियां जुटाई।
भारत देश के अंतिम गांव माणा से 120 महिला काश्तकारों का दल बेतालघाट ब्लॉक के सुदूर धारी गांव पहुंचा। पर्वतीय कृषि अनुसंधान प्रशिक्षण केंद्र हवालबाग के ब्रजमोहन पांडे की अगुवाई में गांव पहुंचे दल ने फलदार पौधों के विषय में विभिन्न जानकारियां जुटाई।
यशोदा पौधालय के संचालक पितांबर भट्ट ने पौधों को लगाने, देखभाल तथा बेहतर पैदावार की जानकारी दी। किसानों क्राफ्टिंग, पौधों की छंटाई, पौधों को लगाने के लिए गड्डे की गहराई तथा समुचित दूरी के बारे में बताया गया। ब्रजमोहन पांडे ने किसानों से प्रशिक्षण का लाभ उठाने का आह्वान किया। माणा गांव से पहुंचे किसानों ने गांव की संस्कृति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी दी। कुमाऊनी संस्कृति के बारे में जाना।इस दौरान धारी गांव के भी कई किसान मौजूद रहे।