हरदोई: ऑनर किलिंग का शिकार हुई थी पूजा, चाचा समेत तीन को किया गिरफ्तार, जानें पूरा मामला
हरदोई। सुपुर्दगी में देने के तीसरे दिन फिर गायब हुई किशोरी का शव एक खेत में पड़ा पाया गया था। इस मामले में पुलिस ने दी गई तहरीर पर उसके प्रेमी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। लेकिन 'अमृत विचार' शुरू से ही ऑनर किलिंग किए जाने की तरफ इशारा कर रहा था। पुलिस ने एसओजी, सर्विलांस और स्वाट टीम की मदद से वारदात में ऑनर किलिंग होने का खुलासा करते हुए किशोरी के चाचा समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
बताते चलें कि 5 फरवरी को अरवल थाने के दक्षिणी पुरवा मजरा बानामऊ निवासी कलेक्टर की 17 वर्षीय पुत्री पूजा का शव गांव के बाहर सरसों के खेत में पड़ा हुआ था। उसकी दुपट्टे से गला घोंट कर हत्या की गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसका खुलासा किया गया था। इस मामले में बताया गया था कि पूजा का गांव के कमलेश पुत्र राम औतार से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। 14 जनवरी को कमलेश पूजा को बहला-फुसलाकर कर भगा ले गया था।
पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए 22 जनवरी को पूजा को बरामद कर लिया और सारी जांच-पड़ताल करने के बाद 30 जनवरी को उसे उसके घर वालों के सुपुर्द कर दिया था। घर वालों के सुपुर्द में किए जाने के तीसरे दिन 1 फरवरी को पूजा फिर गायब हो गई। उसके बाद 5 फरवरी की शाम को उसका शव बरामद किया गया था।
इस मामले में किशोरी के पिता की तहरीर पर कमलेश,उसके भाई नंदराम, कृष्ण कुमार और गोलू के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। उसके बाद से पुलिस मामले के खुलासे के लिए जुट गई। अरवल पुलिस ने एसओजी, सर्विलांस और स्वाट टीम के साथ सारे मामले की गहराई से पड़ताल करने लगी। उसे शुरू से ही दाल में कुछ काला नज़र आ रहा था। हालांकि शुरू से ही मामला ऑनर किलिंग का लग रहा था।
वहीं 'अमृत विचार' भी उसी तरफ इशारा कर रहा था। सारा कुछ समझने के बाद पुलिस ने पूजा के फूफा अनुपम को अपनी हिरासत में लेते हुए जब उनसे पूछताछ की तो सारी बात सामने आ गई। गुरुवार को एसपी राजेश द्विवेदी ने वारदात का खुलासा करते हुए बताया कि पूछताछ में अनुपम ने बताया था कि जब पूजा अपने घर से भागी थी, उसे उसके चाचा दलवीर ने देख लिया था। दलबीर ने अपने परिवार के भइया लाल और पूजा के अपचारी भाई के साथ मिलकर पूजा को पकड़ कर उसे कोठरी में बंद कर दिया था।
इस पर पुलिस ने दलबीर, भइयालाल और पूजा के अपचारी भाई को हिरासत में ले कर जब उनसे पूछताछ की तो सारा कुछ सामने आ गया। दलबीर ने कुबूल किया कि लाख समझाने के बाद भी पूजा गैर बिरादरी के कमलेश के साथ ही रहना चाहती थी। इज्जत जाने के डर से उसने दुपट्टे से पूजा का गला घोंट कर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने बुधवार को दलबीर,भइया लाल और पूजा के अपचारी भाई को हिरासत में ले कर उनकी निशानदेही पर पूजा का काला पर्स, टूथब्रश, कंघा, टूटा हुआ शीशा और टूटी हुई चैन बरामद की है।
ऑनर किलर तक पहुंचने वाली टीम
एसपी राजेश द्विवेदी ने बताया है कि वारदात का खुलासा करने में एसएचओ अरवल छोटे लाल,एसआई मोहन लाल,हेड कांस्टेबिल कुशल पाल सिंह के साथ एसओजी प्रभारी ब्रजेश कुमार मिश्रा, सर्विलांस टीम प्रभारी प्रेमसागर सिंह, एसओजी टीम के हेड कांस्टेबिल रामकृष्ण द्विवेदी, कांस्टेबिल त्रिवेश कुमार, ब्रजनंदन, आदित्य प्रताप सिंह, मंजेश कुमार, सर्विलांस टीम के हेड कांस्टेबिल इरफान, सुभाष मौर्या, कांस्टेबिल ओमवीर और प्रदीप कुमार शामिल रहे।
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