क्रिप्टो पारिस्थितिकी तंत्र को विनियमित करने के लिए सामान्य नजरिये की जरूरत: आर्थिक समीक्षा

नई दिल्ली। क्रिप्टो एक्सचेंज एफटीएक्स के हालिया पतन और क्रिप्टो बाजारों में बिकवाली ने क्रिप्टो पारिस्थितिकी तंत्र की कमजोरियों को उजागर किया है। संसद में मंगलवार को पेश आर्थिक समीक्षा में यह बात कही गई है। समीक्षा के मुताबिक, क्रिप्टो वित्तीय संपत्ति की कसौटी पर सख्ती से खरा नहीं उतरता है, क्योंकि इसमें कोई आंतरिक नकदी प्रवाह नहीं है।
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अमेरिकी नियामकों ने बिटकॉइन, ईथर और विभिन्न अन्य क्रिप्टो संपत्तियों को प्रतिभूतियों के रूप में मान्यता नहीं दी है। समीक्षा में कहा गया है कि क्रिप्टो पारिस्थितिकी तंत्र की भौगोलिक रूप से व्यापक प्रकृति के चलते इन अस्थिर उपकरणों के विनियमन के लिए एक सामान्य नजरिये की जरूरत है। इसके मुताबिक, चूंकि क्रिप्टो संपत्ति क्रिप्टोग्राफिक तकनीकों का उपयोग करके तैयार की गई डिजिटल संपत्ति का नया रूप है, इसलिए इसका बाजार बहुत अस्थिर रहा है।
क्रिप्टो संपत्ति का कुल मूल्यांकन नवंबर, 2021 में लगभग 3,000 अरब अमेरिकी डॉलर से घटकर जनवरी, 2023 में 1,000 अरब डॉलर से कम रह गया। इस अस्थिरता ने क्रिप्टो संपत्ति के साथ जुड़ी समस्याओं और उनकी बढ़ती जटिलताओं तथा पारदर्शिता में कमी को सामने ला दिया है। समीक्षा के मुताबिक, ये अब भी बड़े पैमाने पर अनियमित हैं, वैश्विक स्तर पर चिंता का कारण है। एक तथ्य यह भी है कि क्रिप्टो संपत्ति का बड़ा हिस्सा कुछ संस्थाओं के पास ही है। अनुमान बताते हैं कि चलन में शामिल बिटकॉइन का लगभग 85 प्रतिशत हिस्सा 4.5 प्रतिशत संस्थाओं के पास है।
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