बरेली से चलकर अपने गंतव्य से पहले सैनेटाइज नहीं होंगी बसें, मुख्यालय का फंडा फेल
रजनेश सक्सेना, बरेली। मुख्यालय के आदेशानुसार उत्तर प्रदेश परिवहन की सभी बसों को 200 किलोमीटर बस चलने के बाद सैनेटाइज करना है। लेकिन मुख्यालय का यह फंडा बरेली रीजन में फेल होता नजर आ रहा है। बरेली से जाने वाली बसें अपने गंतव्य तक पहुंचने से पहले सैनेटाइज नहीं होगी। अधिकारियों का कहना है कि …
रजनेश सक्सेना, बरेली। मुख्यालय के आदेशानुसार उत्तर प्रदेश परिवहन की सभी बसों को 200 किलोमीटर बस चलने के बाद सैनेटाइज करना है। लेकिन मुख्यालय का यह फंडा बरेली रीजन में फेल होता नजर आ रहा है। बरेली से जाने वाली बसें अपने गंतव्य तक पहुंचने से पहले सैनेटाइज नहीं होगी। अधिकारियों का कहना है कि बसों को सैनेटाइज कराने के लिए रास्ते में कोई व्यवस्था नहीं है। इस बात की सूचना मुख्यालय तक भी पहुंचा दी गई है। साथ ही इस पर मुख्यालय से निर्देश भी मांगे गए है।
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मुख्यालय ने करीब दो हफ्ते पहले एक आदेश जारी किया था। कहा गया था कि उत्तर प्रदेश की सभी बसों को 200 किलोमीटर चलने के बाद आगामी बस स्टेंड पर उसे सैनेटाइज किया जाएगा। बरेली से आगरा, कानपुर, दिल्ली और लखनऊ इन चार मुख्य मार्गों पर बसों का संचालन किया जाता है। यह चारों मार्ग 200 किलोमीटर से अधिक दूरी पर है मगर इनके बीच में ऐसा कोई भी डिपो नहीं है जहां पर बसों को सैनेटाइज किया जा सके। जिन बस अड्डों पर बसों को सैनेटाइज किया जा सकता है वह 200 किलोमीटर से पहले ही पड़ जाते है। या फिर वहां पर सैनेटाइजेशन की सुविधा नहीं है। आला अफसरों ने इसकी सूचना बनाकर मुख्यालय भेज दी है।
इन मार्गों के बीच में पड़ते हैं यह डिपो
1- बरेली से अगरा मार्ग- बरेली से अगारा का अप-डाउन कुल 466 किलोमीटर पड़ता है। इस बीच दो ऐसे डिपो पड़ते है जहां बस सैनेटाइज हो सकती है मगर इनकी दूरी 200 किमी से कम है। पहला कासगंज डिपो जो कि बरेली से 114 किलोमीटर दूरी पर है। दूसरा एटा डिपो यह बरेली से 144 किलोमीटर है।
2- बरेली से कानपुर मार्ग- बरेली से कानुपर का अप-डाउन कुल 538 किलोमीटर पड़ता है। इस बीच दो डिपो पड़ते है, पहला फर्रुखाबाद 126 किलोमीटर, दूसरा कन्नौज यहां व्यवस्था नहीं है।
3- बरेली से दिल्ली मार्ग- बरेली से दिल्ली का अप-डाउन कुल 538 किलोमीटर पड़ता है। इस बीच तीन डिपो पड़ते है पहला मुरादाबाद 100 किलोमीटर, दूसरा और तीसरा गढ़मुक्तेश्वर और हापुड है। यह हाइवे पर न होने की वजह से यहां भी बसें सैनेटाइज नहीं हो सकती।
4- बरेली से लखनऊ मार्ग- बरेली से लखनऊ की अप-डाउन कुल दूरी 524 किलोमीटर है। इस रोड पर एक ही डिपो सीतापुर पड़ता है जहां बस सैनेटाइज हो सकती है मगर। यह भी बरेली से 170 किलोमीटर दूर है।
“बरेली ऐसी जगह पर है जहां से 200 किलोमीटर के बाद सीधा गंतव्य ही आता है। जो भी डिपो बीच में पड़ रहे है वह 200 किलोमीटर से पहले इसलिए वहां पर सैनेटाइज होने का कोई मतलब नहीं है। मुख्यालय को इसकी सूचना भेज दी गई है।” -चीनी प्रसाद, एआरएम बरेली डिपो