धोखाधड़ी का खेल : डिप्टी सीएम का करीबी बनकर टेंडर का झांसा देकर सीए से ठगे 59 लाख, सरकारी विभागों में ऑडिट का टेंडर दिलाने का दिया था आश्वासन

Lucknow, Amrit Vichar : डिप्टी सीएम का करीबी बनकर दंपति ने सीए को जाल में फंसाया। सरकारी विभागों में ऑडिट का टेंडर दिलाने का झांसा देकर 59 लाख रुपये ऐंठ लिए। रुपये वापस मांगने पर फर्जी मामले में फंसाने की धमकी दी। डीसीपी पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव के निर्देश पर चौक पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
यहियागंज निवासी सीए आशुतोष गुप्ता ने बताया कि इनकम टैक्स रिटर्न और जीएसटी फाइल करने के संबंध में वर्ष 2019 में गोमतीनगर विशेष खंड-1 निवासी विवेक मिश्रा से मुलाकात हुई। वर्ष 2020 को आशुतोष के पिता मनोज गुप्ता की मौत हो गई थी। विवेक पत्नी सीमा को लेकर आशुतोष के घर आए। लुभावनी बातें कर विश्वास जीता। विवेक ने खुद को डिप्टी सीएम से करीबी बताया। उसने आशुतोष की कई लोगों से वरिष्ठ अधिकारी बताकर मुलाकात कराई। वर्ष 2020 में सरकारी विभागों में ऑडिट प्राइवेट फर्म से ऑडिट के लिए टेण्डर दिलाने का झांसा दिया।
इसके लिए आशुतोष से खाते में 32 लाख और 27 लाख रुपये नकद लिए। टेंडर न मिलने पर विवेक बहाने बनाने लगे। आशुतोष ने रुपये वापस मांगे तो आश्वासन दिया। फरवरी में पीड़ित ने रुपये वापसी का दबाव बनाया तो दंपति ने फर्जी मामले में फंसाने की धमकी दी। सीए ने डीसीपी पश्चिम को मामले की जानकारी दी। शुरुआती जांच में आरोप सही मिलने पर चौक पुलिस ने विवेक और सीमा मिश्रा के खिलाफ धोखाधड़ी, अमानत में खयानत और धमकी की रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
गूगल पर किया भरोसा, खाते से निकल गए 6.49 लाख
कृष्णानगर निवासी बुजुर्ग को गुगल पर भरोसा करना भारी पड़ गया। गूगल ऐप पर बैंक का कस्टमर केयर नंबर डायल किया तो जालसाज ने उनके खाते से उनके दो खातों से 6.49 लाख रुपये पार कर दिए। दूसरे व्यक्ति को आईपीओ में निवेश का झांसा देकर 4.95 लाख रुपये ऐंठ लिए। पीड़ितों ने साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। इंस्पेक्टर साइबर थाना बृजेश कुमार यादव ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
कृष्णानगर के हिंद नगर निवासी 70 वर्षीय गुरुदेव सिंह के इंडसइंड बैंक में दो खाते हैं। बैंक एप न चलने पर 7 फरवरी को गूगल से कस्टमर केयर का नंबर सर्च कर शिकायत की। कुछ देर बाद दूसरी ओर से फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को कस्टमर केयर कर्मी बताकर लिंग भेजकर इंडस्टेंट एप डाउनलोड कराया और सारी जानकारी ली। इसके बाद मोबाइल हैक कर दो घंटे में दोनों खातों से 6.49 लाख रुपये पार कर दिए। मैसेज आने पर वृद्ध ने बैंक जाकर खाता फ्रीज कराया। पासबुक अपडेट कराने पर ठगी की पुष्टि हुई। पीड़ित ने साइबर क्राइम थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
आशियाना के एलडीए कॉलोनी सेक्टर-जी निवासी संजीव शुक्ला ने बताया कि व्हाट्सएप पर एक मैसेज आया। जालसाजों ने शेयर ट्रेडिंग पर निवेश पर मुनाफे का झांसा दिया। खुद को आईसीआईसीआई ट्रैक्शंस मुंबई का कर्मचारी सुधीर सिंह, राजेश शर्मा और करीना राजपूत बताया। बताया कि उनके पास इंस्टीट्यूशनल डीमेट अकाउंट है, जिसमें नॉर्मल खाते से अधिक फायदा होता है। जाल में फंसाने के बाद आईपीओ में निवेश के नाम पर 4.95 लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए। शेयर में मुनाफा देख पीड़ित ने रुपये मांगे तो और डिमांड की गई। ठगी का एहसास होने पर संजीव ने साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
यह भी पढ़ें- घरेलू सिलेंडर ब्लास्ट : तेज धमाके से मकान की छत उड़ी, भरभरा कर गिरी दीवार