हल्द्वानी: बीते आठ माह में बढ़ा महिला अपराध का ग्राफ, सरकार बेपरवाह : आर्य

हल्द्वानी, अमृत विचार। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने सोमवार को मुखानी स्थित एक होटल में हुई प्रेस वार्ता में कहा कि सरकार गठन के बाद बीते आठ माह में 269 महिलाओं के अपहरण, 139 महिलाओं की हत्या, 554 महिलाओं से दुष्कर्म जैसी जघन्य अपराध हुए हैं। महिलाओं के साथ अपराध का ग्राफ बढ़ता जा रहा है, फिर भी धामी सरकार के कानों पर जूं नहीं रेंगी है।
राजधानी देहरादून में आए दिन हत्याओं की सूचनाएं मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि अंकिता भंडारी हत्याकांड में वीआईपी के नाम का खुलासा अभी तक नहीं हो सका है। हथियारों से लैस बदमाश जसपुर के विधायक आदेश चौहान के घर में घुसकर जान से मारने की धमकी देते हैं।
उप्र पुलिस सादी वर्दी में घर में घुसकर महिला की हत्या कर देती है। सर्राफा कारोबारी से रंगदारी मांगी जाती है। वहीं सरकार के संसदीय कार्यमंत्री सदन में इस तरह पक्ष रखते हैं जैसे पुलिस की पीठ थपथपा रहे हो। इस पर लॉबी से एक वरिष्ठ अधिकारी सत्ताधारी दल के विधायकों को ताली बजाने के लिए कहता है।
उन्होंने कहा कि पहली बार देखा कि एक अधिकारी सदन में विधायकों को निर्देश दे रहा है। जो कि सरकार का लापरवाह रवैया, संवेदनहीनता को दर्शाता है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार कहती है कि कांग्रेस आक्रामक नहीं है। विपक्ष का अर्थ नकारात्मक ही नहीं होता है। यदि कांग्रेस विधायक हंगामा, नारेबाजी और वेल में जाकर प्रदर्शन करेंगे तभी आक्रामकता मानी जाएगी। कांग्रेस ने सदैव नियमों का पालन करते हुए विरोध जताया है, इसे आगे भी कायम रखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि कार्यमंत्रणा समिति से सुझाव सात दिनों को सदन चलाने के लिए गए थे लेकिन सिर्फ दो दिन ही सदन चला। सदन को छोड़कर दिल्ली एमसीडी चुनाव प्रचार में चले गए। साफ है कि सरकार में आत्मविश्वास की कमी है। सदन संचालन में नियमों को ताक पर रख दिया गया है।
आरोप लगाया कि इस वार्षिक बजट में गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने के लिए अवस्थापना के लिए भी एक भी रुपया नहीं दिया जबकि पूर्व के सीएम ने 25 करोड़ देने की घोषणा की थी। इससे स्पष्ट होता है कि सरकार की मंशा गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने की नहीं है। इस दौरान विधायक सुमित हृदयेश, प्रदेश महासचिव महेश शर्मा, जिलाध्यक्ष सतीश नैनवाल, कार्यकारी जिलाध्यक्ष राहुल छिमवाल, इंद्र आर्य, प्रदीप नेगी आदि मौजूद थे।