कानपुर: जयपुरिया क्रासिंग ओवरब्रिज का निर्माण अधर में, रेलवे नहीं शुरू कर पाया अपने हिस्से का काम
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कानपुर। कानपुर-लखनऊ रेलवे लाइन पर स्थित जयपुरिया रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज का निर्माण फिलहाल फंस गया है। सेतु निगम ने मालरोड छोर पर काम पिलर बनाने का काम पूरा कर दिया है, लेकिन रेलवे ने अभी तक अपने हिस्से का काम शुरू नहीं किया है। इस वजह से सेतु निर्माण निगम जयपुरिया स्कूल की ओर काम शुरू नहीं कर रहा है। रेलवे को अपने हिस्से का काम अब तक शुरू कर देना चाहिए था, लेकिन यह काम शुरू नहीं हो सका।
जाजमऊ की ओर से मालरोड आने के लिए हजारों लोग इसी रास्ते का प्रयोग करते हैं, लेकिन कानपुर- लखनऊ रेल रूट पर क्रासिंग होने की वजह से हर दिन 100 से अधिक बार क्रासिंग बंद होती है। इस वजह से जाम लगता है। इस समस्या के समाधान के लिए ही सांसद सत्यदेव पचौरी की मांग पर यहां ओवरब्रिज बनाने की योजना तैयार की गई थी। पिछले साल यहां निर्माण का कार्य शुरू हुआ।
उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम ने निर्माण इसके निर्माण में 59.95 करोड़ रुपये खर्च करेगा। पहली किस्त 12.59 करोड़ रुपये जारी हो हो चुके हैं। जल्द ही दूसरी किश्त भी आनी है। आरओबी 800 मीटर लंबा और 7.50 मीटर चौड़ा बनना है। दो लेन के इस ओवरब्रिज के बन जाने से आवागमन आसान हो जाएगा। फिर लोगों को जाजमऊ से मालरोड की तरफ आने और जाने के लिए मुरे कंपनी पुल और शिव नारायण टंडन सेतु का चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
सर्किट हाउस में आयोजित बैठकों में शामिल होने के लिए अधिकारी इसी रास्ते से सीधे पहुंच जाएंगे। सांसद सत्यदेव पचौरी का कहना है कि पुल निर्माण में जो भी बाधा है उसे दूर कराएंगे। इस संबंध में रेलवे और सेतु निर्माण निगम के अधिकारियों के साथ बहुत ही जल्द बैठक करूंगा।
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