लखनऊ: ग्राम चौकीदारों ने मुख्यमंत्री से लगाई गुहार
कहा- 2500 रुपए में नहीं होता परिवार का गुजारा

अमृत विचार, लखनऊ। गांवों की सुरक्षा में तैनात ग्राम प्रहरी यानी कि चौकीदार अपने हक और अधिकार को लेकर सालों से सरकार से गुहार लगा रहा है लेकिन सरकार सिर्फ आश्वासन पर आश्वासन दिए जा रही है। पूरे प्रदेश में करीब 70 हजार से भी ज्यादा गांव के चौकीदार अपने वेतन वृद्धि को लेकर कई सालों से धरना दे रहे हैं, लेकिन अभी तक उनकी मांगों पर सरकार ने कोई विचार नहीं किया है।
जिसको लेकर ग्रामीण चौकीदार विकास कल्याण समिति उत्तर प्रदेश के बैनर तले राजधानी लखनऊ के इको गार्डन में प्रदेश से आए कई चौकीदार अपनी मांगों को लेकर 17 दिनों से धरना दे रहे हैं। आज उनके धरने का 18वां दिन है लेकिन अभी तक उनकी बात सुनने के लिए कोई भी संबंधित अधिकारी मिलने तक नहीं आया।
बता दें कि कई सालों से गांवों के चौकीदार अपनी मांगों को लेकर अपने जनपदों में धरना देते आ रहे है। लेकिन अब चौकैदारों ने अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री से गुहार लगाने के लिए राजधानी की तरफ रुख किया है। वहीं 17 नवंबर को प्रदेश के सभी ग्राम प्रहरी प्रतिनिधियों ने व्यक्तिगत तरीके से मुख्यमंत्री को अपना मांग पत्र सौंपा। इसके अलावा चौकीदारों ने बीते दिन उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक से भी मुलाकात की। मुलाकात के दौरान उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने जल्द ही उनकी मांगे पूरी करने का आश्वासन दिया है।
ग्राम प्रहरियों का कहना है कि चौकीदारों का वेतन बहुत कम है। हर बार बातचीत होती है और आश्वासन दिया जाता है कि कुछ महीनों में वेतन बढ़ाया जाएगा। लेकिन कई साल बीत जाने के बाद अभी तक मानदेय नहीं बढ़ाया गया है। चौकीदारों ने बताया कि उन्हें महीने का ढाई हजार रुपए मिलते है और ढाई हजार रुपए में हम गरीब किस तरीके से अपने परिवार का भरण पोषण करें।
बच्चों की शिक्षा-दीक्षा कैसे करें। इतनी महंगाई में ढाई हजार रुपयों में परिवार चलाना मुश्किल है। वहीं चौकीदारों ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि कि चौकीदारों का मानेदय 18,500 रुपये प्रति माह किया जाए और उन्हें राज्य कर्मचारी का दर्जा जाए। जिससे हम ग्रामीण चौकीदार भी अपने परिवार का सही ढंग से पालन पोषण कर सकें। इसके अलावा ग्राम चौकीदारों ने कहा कि उन्हें पुलिस के अनुरूप वर्दी व अन्य सुविधाएं प्रदान की जाएं और पुलिस रेगुलेशन के आधार गांव की निगरानी, रखवाली करने के लिए गांव में गस्त संबंधी कार्य लिया जाए।
यह भी पढ़ें:-गौतमबुद्धनगर : अलग-अलग सड़क हादसों में दो लोगों की मौत