खाद संकट बरकरार: परेशान किसानों ने राजमार्ग पर लगाया जाम

खाद संकट बरकरार: परेशान किसानों ने राजमार्ग पर लगाया जाम

अमृत विचार,बांदा। जनपद में खाद का संकट बरकरार है। डीएपी व यूरिया के लिए किसान सहकारी समितियों के चक्कर काट रहे हैं। इसके बाद भी किसानों को पर्याप्त खाद नहीं मयस्सर हो रही है। इसी कड़ी में ओरन कस्बा स्थित साधन सहकारी समिति में खाद न मिलने से परेशान किसानों ने बिसंडा-बांदा राजमार्ग पर जाम लगा दिया।

शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। किसानों ने समिति सचिव पर गंभीर आरोप लगाए। तकरीबन चार घंटे के जाम में सैकड़ों वाहन फंसे रहे। बाद में बिसंडा थानाध्यक्ष व ओरन चौकी इंचार्ज के समझाने पर किसान शांत हुए और पुलिस की निगरानी में खाद वितरण शुरू हुआ।

ओरन कस्बा स्थित सहकारी समिति में बुधवार को तड़के से ही किसानों की भीड़ जमा रही। खाद के लिए किसान सुबह से लाइन में लग गए। करीब एक घंटे तक सचिव ने खाद का वितरण किया। इसके बाद बंद कर दिया। खाद वितरण बंद होने पर किसान आक्रोशित हो गए। नारेबाजी करते हुए सुबह 11 बजे कस्बा स्थित मुख्य चौराहे पर जाम लगा दिया। शासन-प्रशासन विरोधी नारे किसानों ने लगाए।

किसानों का कहना था कि खाद उपलब्ध होने के बाद भी सचिव वितरण में मनमानी करते हैं। आरोप लगाया कि सचिव अपने चहेतों को सिर्फ खाद मुहैया कराते हैं, जबकि वह लोग पिछले कई दिनों से खाद मिलने के इंतजार में समितियों के चक्कर लगा रहे हैं। रात में किसानों के लिए आने वाली खाद यूरिया-डीएपी सचिव व अध्यक्ष की मिली भगत से ब्लैक की जाती हैं। जब किसान खाद लेंने सोसाइटी जाते हैं तो वहां खाद न होने की बात कहकर वापस कर दिया जाता है।

जाम लगाने की खबर मिलते ही ओरन चैकी इंचार्ज वृंदावन राय हमराही कांस्टेबिलों के साथ मौके पर पहुंच गए। आक्रोशित किसानों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन किसान नहीं माने। कुछ देर बाद अतर्रा एसडीएम विकास यादव व बिसंडा थानाध्यक्ष आनंद कुमार भारी पुलिस बल के साथ जाम स्थल पहुंचे और किसानों को समझाने का प्रयास किया। काफी मान-मनौव्वल के बाद आक्रोशित किसान शांत हुए। हंगामे के बाद पुलिस की निगरानी में खाद का वितरण शुरू हुआ।

क्या कहते हैं जिम्मेदार

समिति के सचिव का कहना था कि किसानों की संख्या ज्यादा है और खाद की बोरियां कम हैं। इसके बाद किसानों का गुस्सा भड़क गया और वह नारेबाजी करने लगे। एसडीएम ने बताया कि आक्रोशित किसानों से बात की गई है। समझा बुझाकर मामला शांत कराया गया है। खाद वितरण पुलिस की निगरानी में कराया जा रहा है।