अयोध्या: अवैद्यनाथ ने मारी बाजी, अवधपुरी को मिला सेकेंड स्थान, दीपोत्सव में साज सज्जा के लिए वार्डों को किया पुरस्कृत
10.jpg)
अमृत विचार, अयोध्या। दीपोत्सव के दौरान महानगर के वार्डों को दीपक की ज्योति प्रज्जवलित करने के साथ आकर्षक रूप से सजाने वाले स्थानीय लोगों के सम्मान में कार्यक्रम का आयोजन सांसद लल्लू सिंह के द्वारा किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने वार्डों को सजाने में सहभागिता करने वाली टीम को पुरस्कृत किया। कार्यक्रम के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने सभी का मनमोह लिया।
दीपोत्सव के दौरान वार्ड के चौराहों व प्रमुख स्थानों पर दीप प्रज्जवलन, रंगोली, सांस्कृतिक गीत बजा कर दीपोत्सव को व्यापकता प्रदान की गई थी, जिसमें प्रथम पुरस्कार महंत अवैद्यनाथ वार्ड को मिला। द्वितीय पुरस्कार अवधपुरी वार्ड को व तृतीय पुरस्कार संयुक्त रूप से शिवाजी नगर वार्ड व लक्ष्मणघाट वार्ड को मिला।
सांत्वना पुरस्कार डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी वार्ड, पंडित दीनदयाल उपाध्याय वार्ड व अम्बेडगरनगर वार्ड को मिला। सांसद लल्लू सिंह ने सांसद निधि से प्रथम पुरस्कार प्राप्त वार्ड में विकास हेतु 10 लाख, द्वितीय पुरस्कार प्राप्त वार्ड में 8 लाख व तृतीय पुरस्कार प्राप्त दोनों वार्डों में 5-5 लाख रुपए विकास हेतु प्रदान करने की घोषणा की।
सम्मान समारोह का आयोजन कौशलपुरी स्थित एक लॉन में हुआ, जिसमें महानगर से करीब दो हजार से अधिक कार्यकर्ता शामिल हुए।सांसद लल्लू सिंह ने कहा कि अगले दीपोत्सव का दायरा और भी बड़ा किया जायेगा, जिसमें नगर निगम के सभी वार्डों को सम्मिलित किया जायेगा। जिले की नगर पालिका, नगर पंचायतों व ग्राम पंचायतों में भी इसको व्यापक रूप से मनाया जायेगा।
महापौर ऋषिकेश उपाध्याय, विधायक वेद प्रकाश गुप्त, जिलाध्यक्ष संजीव सिंह, पूर्व चेयरमैन विजय गुप्ता, कमलाशंकर पांडेय, ओम प्रकाश सिंह, अवधेश पांडेय बादल, विनय गुप्ता, मनमोहन जायसवाल, शीतला पाण्डेय, अरविंद सिंह, जय सिंह छोटे, जितेन्द्र दूबे मिंटू प्रधान उपस्थित रहे। संचालन प्रतीक श्रीवास्तव ने किया।
रामराज्य की परिकल्पना पूरे विश्व में प्रसारित हुई: चंपत राय
मुख्य अतिथि श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि रामनगरी अयोध्या से रामराज्य की परिकल्पना पूरे विश्व में प्रसारित हुई है। यहां संस्कृति में आदर्श व मर्यादा समाहित है। दीपोत्सव के माध्यम से यहां के सांस्कृतिक महत्व को वैश्विक स्तर पर परिभाषित किया गया है। हर बार दीपोत्सव का दायरा काफी बढ़ता जा रहा है। जनसहभागिता के माध्यम से इस बार दीपोत्सव काफी व्यापक स्वरूप में नजर आया।