अयोध्या : परिसर में परकोटा ही नहीं लोअर प्लिंथ भी दिखाएगी राम की गाथा

100 चित्रों पर लगी मोहर, जल, विद्युत व वेस्ट में आत्मनिर्भर रहेगा परिसर

अयोध्या : परिसर में परकोटा ही नहीं लोअर प्लिंथ भी दिखाएगी राम की गाथा

अमृत विचार, अयोध्या। राममंदिर निर्माण समिति की दूसरे दिन की बैठक में तमाम बिंदुओं पर विस्तार से विचार-विमर्श हुआ। तकनीकी विशेषज्ञों से उनका सुझाव हासिल किया गया। तय लक्ष्य दिसंबर 2023 तक प्रथम तल तैयार कर रामलला को गर्भगृह में विराजमान करने का संकल्प दोहराया गया।

बैठक में मुख्य मंदिर के लोअर प्लिंथ पर रामायणकालीन गाथा के चित्रण का निर्णय लिया गया। परकोटे पर राम गाथा के चित्रण का निर्णय पहले ही लिया जा चुका है। साथ ही जल, विद्युत और निकलने वाले वेस्ट के मामले में परिसर को आत्मनिर्भर बनाने की योजना पर भी चर्चा हुई। 

इस बार निर्माण समिति की दूसरे दिन की बैठक भी परिसर स्थित विश्वामित्र भवन में ही हुई। बैठक के लिए सुबह पहुंचे निर्माण समिति के अध्यक्ष तथा अन्य पदाधिकारियों ने आज फिर एक बार परिसर का भ्रमण कर निर्माण और विकास कार्यों का जायजा लिया। बताया जाता है कि ट्रस्ट ने परकोटे पर रामायणकालीन गाथा के चित्रण का निर्णय लिया था।

जिसको लेकर विभिन्न रामायणकालीन प्रसंगों से छांटे गए 500 चित्रण समिति के समक्ष विचार विमर्श के लिए रखे गए। पहले इनमें से 300 को छांटा गया और फिर 150 रेखाचित्रों पर आम सहमति बनी। निर्णय लिया गया कि लाल बलुआ पत्थरों से बन रहे मंदिर के लोअर प्लिंथ पर भी रामगाथा के चित्र होंगे। 

पहले रेखाचित्र उकेरे जाएंगे फिर वहां मूर्तियों का निर्माण होगा। परकोटे पर 100 और लोअर प्लिंथ पर 50-60 चित्रण किया जाएगा। निर्माण समिति और ट्रस्ट के सदस्यों ने दो दिवसीय बैठक के पहले दिन शुक्रवार को सुग्रीव किला से रामजन्मभूमि तक बन रहे पथ का स्थलीय जायजा लिया था। आज इस पर तकनीकी विशेषज्ञों  के साथ विचार-मंथन हुआ। चिंतन-मंथन के बाद निर्णय लिया गया कि जन्मभूमि पथ को आकर्षक और लोगों की अपेक्षाओं के अनुरुप बनाया जाएगा। हालांकि प्रभावित क्षेत्र में किसी मठ-मंदिर के स्वरूप को प्रभावित नहीं होने दिया जाएगा। 

...ताकि न लेनी पड़े बाहरी की मदद 

समिति ने रामजन्मभूमि परिसर को व्यवस्था के मद्देनजर आत्मनिर्भर बनाने को लेकर योजना पर चर्चा की। योजना परिसर के लिए आवश्यक पानी व बिजली  स्वयं से व्यवस्था करने के साथ निकलने वाले अवशेष के सम्यक निस्तारण की है। जिससे बाहरी मदद न लेनी पड़े। बैठक में  निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र, ट्रस्ट महासचिव चंपत राय, कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी, डॉ. अनिल मिश्र समेत कार्यदायी संस्था लार्सन एंड टूब्रो एवं परामर्शदात्री संस्था टाटा कंसल्टेंसी के विशेषज्ञ मौजूद रहे।

ताजा समाचार

कासगंज : पटियाली के हथौड़ा खेड़ा में मकान के विवाद को लेकर दो पक्षों में जमकर मारपीट
मलिहाबाद महिला हत्याकांड : मुख्य आरोपी पुलिस एनकांउटर में ढ़ेर, एक लाख रुपये का था इनामिया हिस्ट्रीशीटर
Kanpur में ट्रेन के आगे कूदा युवक, मौत: 2 दिन पहले भाभी ने घर पर लगाई थी फांसी, परिजन बोले- सदमे में था, जानिए पूरा मामला
Hardoi News : सीतापुर से चोरी हुआ था बच्चा, हरदोई पुलिस ने आंध्र प्रदेश से किया बरामद
बच्चों में पेट दर्द की बढ़ती समस्या, जांच में बीमारी का नहीं चलता पता, SGPGI के डॉ. अजय ने बताई वजह
प्रयागराज : संविदात्मक विवाद में दाखिल रिट याचिका में नए अधिकारों की मांग स्वीकार्य नहीं