UP Board Exam 2022-23: यूपी बोर्ड परीक्षा केंद्र के ये नए नियम जान लीजिए

प्रयागराज। वित्तविहीन स्कूलों के कमरों की खिड़की सार्वजनिक सड़क या संकरी गली में खुलेगी तो उसे यूपी बोर्ड परीक्षा केंद्र नहीं बनाया जाएगा। राजकीय व एडेड स्कूलों केा इससे छूट दी जाएगी। वहीं प्रति छात्र 20 वर्गफुट का स्थान आवंटित किया जाएगा। एक स्कूल में एक से अधिक स्कूलों के छात्रों का परीक्षा केन्द्र बनाया …
प्रयागराज। वित्तविहीन स्कूलों के कमरों की खिड़की सार्वजनिक सड़क या संकरी गली में खुलेगी तो उसे यूपी बोर्ड परीक्षा केंद्र नहीं बनाया जाएगा। राजकीय व एडेड स्कूलों केा इससे छूट दी जाएगी। वहीं प्रति छात्र 20 वर्गफुट का स्थान आवंटित किया जाएगा। एक स्कूल में एक से अधिक स्कूलों के छात्रों का परीक्षा केन्द्र बनाया जा सकेगा। स्कूलों की संदिग्ध छवि या प्रतिकूल तथ्य संज्ञान में आने पर एलआईयूी से रिपोर्ट ली जाएगी।
यूपी बोर्ड 2023 के लिए जारी परीक्षा केंद्र नीति में पहुंच मोबाइल एप के माध्यम से स्कूलों की भौगिलिक स्थिति और मूलभूत संसाधनों की जानकारी जिला विद्यालय निरीक्षक और फिर जिलाधिकारी की टीम करेगी। हमेशा की तरह इस बार भी बोर्ड परीक्षा वायस रिकार्डर व सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में ही होगी। सभी प्रधानाचार्यों को निर्देश दिए गए हैं कि इंटरनेट कनेक्टिविटी की सुविधा, राउटर और ऐसा डीवीआर लगाएं जिसमें कम से कम 30 दिनों तक की रिकार्डिंग सुरक्षित रहे।
मानकों के मुताबिक परीक्षा केंद्रों की सूची तैयार की जाएगी। इसमें नीचे रहने वाले स्कूलों के बच्चों के लिए राजकीय इंटर कॉलेजों में परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा। 24 दिसंबर को परीक्षा केन्द्रों की सूची सार्वजनिक करते हुए यूपी बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी। 24 से 31 दिसम्बर के बीच निर्धारित किए गए परीक्षा केन्द्रों पर आपत्तियां ली जाएंगी।
सभी जिलों में कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। एक कंप्यूटर से न्यूनतम 10 व अधिकतम 16 परीक्षा केंद्रों की निगरानी होगी। राजकीय इंटर कॉलेजों के शिक्षकों की ड्यूटी कंट्रोल रूम में लगाई जाएगी। वहीं माध्यमिक शिक्षा निदेशालय के लखनऊ स्थित शिविर कार्यालय में एक राज्यस्तरीय कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। यहां से सभी जिलों की निगरानी होगी।
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हमेशा की तरह इस बार भी
परीक्षा कक्ष में दो कक्ष निरीक्षकों की व्यवस्था।
केंद्र व्यवस्थापक कक्ष निरीक्षक व अन्य कर्मचारियों की ड्यूटी सॉफ्टवेयर के माध्यम से।
ड्यूटी पर अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों का वेतन कटेगा।
बालिकाओं को स्वकेन्द्र की सुविधा, यदि यह सुविधा न दी जा सके तो यथासंभव 5 किमी के परिधि के अंदर केन्द्र बनाया जाएगा।
40 फीसदी की दिव्यांगता वाले विद्यार्थियों को स्वकेन्द्र की सुविधा, यदि संभव नहीं तो 5 किमी के अंदर केन्द्र आवंटित होगा।
बालकों को 10 किमी की परिधि में केंद्र आवंटित होगा, अपरिहार्य स्थितियों में 15 किमी के अंदर भी केंद्र बनेगा।
दोनों पालियों में आवंटित विद्यार्थियों की संख्या न्यूनतम 250, अधिकतम 1200
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