बाराबंकी: बच्चों के शिक्षा और विकास में सहायक हो रहा है मिशन पहचान, 30 सितंबर को होगी परीक्षा

बाराबंकी। माध्यमिक शिक्षा विभाग की मिशन पहचान बच्चों को शिक्षित करने के साथ-साथ उनका चौमुखी विकास कर रहा है। जिससे बच्चों में प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रति उत्साह बढ़ रहा है। मिशन पहचान के तहत आयोजित परीक्षाओं का मूल उद्देश्य बच्चे का ज्ञान गुरु की पहचान है। इस परीक्षा से बच्चों के बौद्धिक स्तर में सुधार …
बाराबंकी। माध्यमिक शिक्षा विभाग की मिशन पहचान बच्चों को शिक्षित करने के साथ-साथ उनका चौमुखी विकास कर रहा है। जिससे बच्चों में प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रति उत्साह बढ़ रहा है। मिशन पहचान के तहत आयोजित परीक्षाओं का मूल उद्देश्य बच्चे का ज्ञान गुरु की पहचान है। इस परीक्षा से बच्चों के बौद्धिक स्तर में सुधार होगा साथ ही शिक्षक के शैक्षणिक स्तर की परीक्षा होगी। जिसके लिए आने वाली 30 सितंबर को जिले में मिशन पहचान परीक्षा आयोजित की जाएगी।
इसमें बच्चों के शैक्षिक स्तर का विद्यालय स्तरीय मूल्यांकन किया जाएगा। इसको लेकर शुक्रवार को विद्यालय निरीक्षक ओपी त्रिपाठी ने सभी विद्यालयों के प्रधानाचार्य के साथ बैठक कर निर्देश दिए। जिसमें उन्होंने बताया कि परीक्षा में कक्षा 6 से 12 तक के सभी बच्चे परीक्षा में शामिल जाएंगे। परीक्षार्थी को दिए जाने वाले प्रश्नपत्र में कुल 50 बहुविकल्पीय प्रश्न होंगे। जिसमें से कोई एक विकल्प उत्तर के रूप में होगा। जिसे परीक्षार्थियों को चयन करना होगा। प्रत्येक पूछे गए प्रश्न का मूल्यांकन 2 अंकों का होगा।
प्रश्न पत्र प्रत्येक विद्यालय पर परीक्षा की तिथि से एक घंटे पूर्व जिला मुख्यालय से प्रधानाचार्य के बने व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से दिया जाएगा। परीक्षा समाप्ति पर एक घंटे के अंदर व्हाट्सएप के जरिए सभी विद्यालयों के रिजल्ट उनको दे दिए जाएंगे। जिसके आधार पर कक्षा अध्यापक उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन करेंगे। परीक्षार्थियों के मूल्यांकन के बाद उनके ज्ञान के स्तर के साथ-साथ शिक्षकों द्वारा दिए जा रहे ज्ञान की भी स्थिति सामने होगी।
परीक्षा में सुरक्षा के रहेंगे कड़े इंतजाम
मिशन पहचान पूरी तरह से माध्यमिक शिक्षा सबकी होने वाली बोर्ड परीक्षा की तरह होगी। इसके लिए सभी बच्चों को अलग-अलग कक्षाओं में बैठाया जाएगा। इस दौरान कमरे में सीसीटीवी कैमरे से परीक्षा की रिकॉर्डिंग कराई जाएगी। जिसकी मॉनिटरिंग स्वयं जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में लगे सीसीटीवी कंट्रोल सिस्टम से करेंगे।
बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्र होंगे सम्मानित
मिशन पहचान परीक्षा में जो बच्चे बेहतर प्रदर्शन करके दिखाएंगे। उन्हें विभाग सम्मानित करने का काम करेगा। इसके लिए विभाग की टीम परीक्षा में अव्वल बच्चों के विद्यालयों में विजिट करेगी। परीक्षा में आने वाले ज्यादातर प्रश्न परीक्षार्थी की विगत कक्षा से होंगे। इसमें वर्तमान कक्षा के मात्र 20% प्रश्न होंगे।
“बच्चे प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होकर अपने जनपद सहित प्रदेश का नाम कर सकें। इसके लिए मिशन पहचान परीक्षा का आयोजन 30 सितंबर को किया जा रहा है। परीक्षा के बाद जो बच्चे कमजोर पाए जाएंगे उनके लिए अतिरिक्त कक्षा का आयोजन किया जाएगा …ओपी त्रिपाठी, जिला विद्यालय निरीक्षक”।
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