यूपीसीडा भर्ती घोटाला: बिना कार्यवृत्त के ही यूपीसीडा में चयनित हुए अभ्यर्थी, आईओ ने माना साक्षात्कार के नाम पर हुई खानापूर्ति

कानपुर, अमृत विचार। उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण में हुए बैकलॉग भर्ती घोटाले में जबरदस्त खेल हुआ है। इसका खुलासा मार्च 2017 में तत्कालीन आयुक्त एवं निदेशक हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग द्वारा की गई जांच रिपोर्ट में हुआ है। आयुक्त ने स्पष्ट लिखा है कि वर्ष 2009 की नियुक्तियों के चयन समिति की कार्यवृत्त पत्रावली पर …
कानपुर, अमृत विचार। उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण में हुए बैकलॉग भर्ती घोटाले में जबरदस्त खेल हुआ है। इसका खुलासा मार्च 2017 में तत्कालीन आयुक्त एवं निदेशक हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग द्वारा की गई जांच रिपोर्ट में हुआ है। आयुक्त ने स्पष्ट लिखा है कि वर्ष 2009 की नियुक्तियों के चयन समिति की कार्यवृत्त पत्रावली पर उपलब्ध नहीं है। इससे यह संदेह होता है कि चयन समितियों के कार्यवृत्ति बनायी ही नहीं गई है। इसी तरह वर्ष 2008 की चयन समितियों की बैठकों में जो कार्यवृत्त बनी उसे देखने के बाद यह स्पष्ट होता है कि कई समितियों की बैठक में अध्यक्ष या सदस्य नहीं थे फिर भी साक्षात्कार हुआ और अभ्यर्थी चयनित किए गए।
वरिष्ठ प्रबंधक वित्त पद के चयन के लिए 30 जून 2008 को हुए साक्षात्कार की चयन समिति की बैठक में कार्यवृत्त पर समिति अध्यक्ष के हस्ताक्षर ही नहीं हैं। इदसी तरह 19 जुलाई 2008 को प्रबंधक सामान्य पद के चयन समिति की बैठक की कार्यवृत्त में अनुसूचित जाति के सदस्य उपस्थित नहीं थे। उनके हस्ताक्षर भी नहीं हैं। सहायक श्रेणी द्वितीय पद के साक्षात्कार के दौरान अन्य पिछड़ा वर्ग के सदस्य मौजूद नहीं थे तो मानचित्रकार के लिए आयोजित साक्षात्कार में अध्यक्ष और अनुसूचित जाति के सदस्य के हस्ताक्षर कार्यवृत्त में नहीं मिले हैं। स्वीपर पद पर चयन के लिए हुए साक्षात्कार के दौरान बनी कार्यवृत्त में अनुसूचित जाति के सदस्य के अनुपस्थित न होने पर उन्होंने सवाल खड़े किए हैं।
इसी साल अवर अभियंता सिविल, आशुटंकक और लेखलिपिक के पद के लिए हुई चयन समिति की बैठक में विषय विशेषज्ञ की उपस्थिति न होना पाया गया है। जांच अधिकारी ने इसे नियुक्ति के नाम पर खानापूरी मानी गई है। उन्होंने प्राधिकरण के अधिकारियों द्वारा जांच के दौरान अभिलेख उपलब्ध न कराए जाने पर भी सवाल खड़ा किया है। साथ ही यह भी कहा है कि जो अभिलेख दिए गए वह भी कांटे छांटे गए थे।
यह भी पढ़ें –बरेली: आला हजरत के 104 वें उर्स-ए-रजवी की तैयारियां हुईं शुरू, एसपी सिटी ने इस्लामिया मैदान का किया निरीक्षण