कानपुर : अब एक तहसील एक उत्पाद को बढ़ावा देगा आईआईए, प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से की मुलाकात

कानपुर, अमृत विचार। इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लखनऊ में मुलाकात की। वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी के लक्ष्य की पूर्ति के लिए उन्हें अहम सुझाव दिए। एक जिला एक उत्पाद की तर्ज पर ही एक तहसील एक उत्पाद योजना लांच करने का आग्रह किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार अग्रवाल ने …
कानपुर, अमृत विचार। इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लखनऊ में मुलाकात की। वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी के लक्ष्य की पूर्ति के लिए उन्हें अहम सुझाव दिए। एक जिला एक उत्पाद की तर्ज पर ही एक तहसील एक उत्पाद योजना लांच करने का आग्रह किया।
राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार अग्रवाल ने कहा कि एक जिला एक उत्पाद योजना को उनका संगठनएक तहसील एक उत्पाद स्तर पर ले जाने को तैयार है। इसी से उत्तर प्रदेश 2025 तक वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी के लक्ष्य को प्राप्त करेगा। संगठन सभी तहसीलों में व्यापक औधोगिक सर्वे के माध्यम से स्थानीय स्टाल पर सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों की स्थापना की तैयारी कर चुका है। इस संबंध में संगठन द्वारा प्रत्येक तहसील में उपलब्ध कच्चे माल और स्थानीय दक्षता के आधार पर एक तहसील एक उत्पाद का चयन करेगा और उद्योग स्थापित कराएगा।
प्रदेश कृषि, बागवानी एवं पशु पालक प्रधान प्रदेश होने के नाते यहां पर तहसील स्तर पर खाद्य प्रसंस्करण एवं हस्तकला उद्योग स्थापित करने की अपार संभावनाएं हैं। इन खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए संगठन नवंबर माह के प्रथम सप्ताह में इंडिया फूड एक्सपो का आयोजन भी कर रहा है| एक तहसील एक उत्पाद योजना से जहां एक और प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों तक छोटे-बड़े उद्योग स्थापित हो सकेंगे वहीं स्थानीय युवकों को रोजगार प्राप्त होगा। युवाओं का शहरों की ओर पलायन रुकेगा। इससे किसानों की आय में वृद्धि के साथ-साथ प्रदेश सरकार की एक ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था के लक्ष्य की प्राप्ति में भी सफलता मिलेगी। उत्तर प्रदेश उद्यमी महा सम्मेलन का आयोजन नवंबर के प्रथम सप्ताह में किया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उद्यमी महासम्मेलन में आने के लिए सैद्धांतिक सहमति दी। कहा कि आईआईए को प्रदेश में अधिक से अधिक औद्योगिक प्रदर्शनियों का आयोजन करना चाहिए। एक तहसील एक उत्पाद योजना को व्यवहारिक बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि एक जिला एक उत्पाद योजना प्रदेश में बहुत सफल रही है और आज एक जिले में एक से अधिक उत्पाद ऐसे हैं जिनका जियोग्राफिकल इंडिकेशन पंजीकरण कराया जा सकता है। अतः एक तहसील एक उत्पाद की आईआईए की पहल अच्छी है। जिला एवं तहसील स्तर पर छोटे उद्यमियों द्वारा उत्पादित सामान की गुणवत्ता के साथ-साथ उनकी पैकिंग पर भी अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है, क्योंकि राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय बाजारों में जो दिखता है वही बिकता है | इस अवसर पर राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अलोक अग्रवाल, रजनीश सेठी, अवधेश अग्रवाल, डीएस. वर्मा शामिल रहे।
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