Agneepath Yozna : यूपी में नहीं दिखा भारत बंद का असर, सर्तक रही पुलिस

अमृत विचार, लखनऊ। सैन्य भर्ती की अग्निपथ योजना के विरोध में सोमवार को कई संगठनों ने सोशल मीडिया पर भारत बंद का आह्वान किया था। इसके मद्देनजर उत्तर प्रदेश पूरा छावनी में तब्दील रहा। पुलिस-प्रशासन ने सुबह से ही विशेष सतर्कता बरतना शुरू कर दिया। आंदोलनकारियों पर नजर रखने के साथ रूट मार्च कर फोर्स …
अमृत विचार, लखनऊ। सैन्य भर्ती की अग्निपथ योजना के विरोध में सोमवार को कई संगठनों ने सोशल मीडिया पर भारत बंद का आह्वान किया था। इसके मद्देनजर उत्तर प्रदेश पूरा छावनी में तब्दील रहा। पुलिस-प्रशासन ने सुबह से ही विशेष सतर्कता बरतना शुरू कर दिया।
आंदोलनकारियों पर नजर रखने के साथ रूट मार्च कर फोर्स के साथ अफसरों ने किसी भी स्थिति से निपटने के लिए संकल्प दिखाया। जिसकी निगरानी सुबह से शाम तक पुलिस मुख्यालय से होती रही। प्रदेश में कोई अप्रिय घटना न घटे इसके लिये प्रदेश भर में पुलिस के साथ 141 कंपनी पीएसी समेत 10 कंपनी अर्धसैनिक बल की तैनात की गई थी। साथ ही सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पुलिस विशेष नजर बनाए हुई थी।
दरअसल, लखनऊ, बाराबंकी, गोरखपुर, बलिया समेत प्रदेश के अन्य जिलों में सोमवार को भारत बंद पूरी तरह से बेअसर रहा। प्रदेश के सभी जिलों में सुबह से शाम तक सामान्य दिनों की तरह सभी दुकानें एवं व्यापारिक प्रतिष्ठान खुले रहे। देर शाम तक किसी भी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली। अधिकतर जिलों में संदिग्ध लोगों को हिरासत में भी लिया गया।
अपर पुलिस महानिदेशक रेलवे पीयूष आनन्द ने कहा कि भारत बंद के मद्देनजर रेलवे पुलिस चप्पे-चप्पे पर नजर बनाये हुए थी। जीआरपी, आरपीएफ के जवानों ने सुबह से ही गस्त किया और कोई संदिग्ध दिखने पर उससे पूछताछ की।
वाराणसी, गोरखपुर, बलिया, प्रयागराज जैसे संवेदनशील जिलों में पूरी तरह चाकचौबंद व्यवस्था रखी गयी और देर शाम तक कोई अप्रिय घटना सामने नहीं आयी। वहीं, दिल्ली-एनसीआर से सटे उत्तर प्रदेश के जिलों में विशेष सतर्कता बरती गयी।
कांग्रेस के प्रमुख नेताओं को नजरबंद कर दिया गया, ताकि वे भीड़ लेकर सड़क पर ना आ सकें। इस सम्बन्ध में अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि भारत बंद के मद्देनजर 141 कम्पनी पीएसी की और 10 कम्पनी अर्धसैनिक बल की तैनात रही।
प्रदेशस्तर पर छोटे-बड़े 39 मामले पंजीकृत किये गये हैं, 475 लोगों को हिरासत में लिया गया है। वहीं, 330 लोगों को गम्भीर धाराओं में गिरफ्तार किया गया। आगे जो लोग सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले मिले हैं, उनसे वसूली भी की जाएगी।
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