रुद्रपुर: अपर जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रेट के पांच दफ्तरों में जांची उपस्थित, नौ गायब मिले

रुद्रपुर, अमृत विचार। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के एक दिन पहले दून स्थित आरटीओ दफ्तर में छापेमारी के बाद भी सरकारी कर्मचारी अपनी लेटलतीफी दूर करने को तैयार नहीं है। गुरुवार को अपर जिलाधिकारी डॉ. ललित नारायण मिश्र ने कलेक्ट्रेट स्थित कार्यालयों की जांच की तो 57 कर्मचारियों में से नौ कर्मचारी देरी से आये। …
रुद्रपुर, अमृत विचार। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के एक दिन पहले दून स्थित आरटीओ दफ्तर में छापेमारी के बाद भी सरकारी कर्मचारी अपनी लेटलतीफी दूर करने को तैयार नहीं है। गुरुवार को अपर जिलाधिकारी डॉ. ललित नारायण मिश्र ने कलेक्ट्रेट स्थित कार्यालयों की जांच की तो 57 कर्मचारियों में से नौ कर्मचारी देरी से आये। एडीएम ने देरी से पहुंचने वाले कर्मचारियों का आधे दिन और बिना बताये छुट्टी पर रहने वालों का एक दिन का वेतन काटने व स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिये हैं।
मार्च में सत्ता संभालने के बाद ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सरकारी कर्मचारियों को समयबद्धता का ध्यान रखने को कहा था। इसके बाद भी कर्मचारियों व अधिकारियों में कोई सुधार नहीं आया। बुधवार को मुख्यमंत्री ने देहरादून के परिवहन विभाग के दफ्तर में छापेमारी की। आरटीओ को निलंबित करने के निर्देश भी दे दिए लेकिन इसके बाद भी राज्य की नौकरशाही पर कोई फर्क नहीं दिख रहा है। गुरुवार को अपर जिलाधिकारी (वित्त/ राजस्व) डॉ. ललित नारायण मिश्र ने कलेक्ट्रेट स्थित कार्यालयों व पटलों का औचक निरीक्षण किया। स्थिति बेहद हैरान कर देने वाली थी।
जिला पूर्ति कार्यालय के निरीक्षण के दौरान 10 में से एक कर्मचारी देरी से कार्यालय पहुंचे, जबकि एक छुट्टी पर थे। जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय में 11 कर्मचारियों में से एक कर्मचारी देरी से पहुंचा। सहायक अभिलेख अधिकारी कार्यालय में आठ में से एक देरी से, एक अवकाश व एक अनुपस्थित मिला। बन्दोबस्त अधिकारी चकबंदी कार्यालय में आठ कर्मचारियों में से एक कर्मचारी देरी से आया, एक अनुपस्थित मिला। खनन विभाग में सभी कर्मचारी उपस्थित मिले। अपर जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को देर से आने वाले कार्मिकों का आधे दिन एवं अनुपस्थित रहे कर्मियों को एक दिन का वेतन रोकने तथा स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिये।