छत्तीसगढ़: इस बार भी इंजीनियरिंग की सीटें भरना चुनौती, पाठ्यक्रम को लेकर छात्रों का रूझान हो रहा कम

छत्तीसगढ़: इस बार भी इंजीनियरिंग की सीटें भरना चुनौती, पाठ्यक्रम को लेकर छात्रों का रूझान हो रहा कम

रायपुर। छत्तीसगढ़ में व्यावसायिक परीक्षा मंडल ने इंजीनियरिंग व पालीटेक्निक की प्रवेश परीक्षा के लिए तारीख की घोषणा कर दी है। प्री-इंजीनियरिंग टेस्ट (पीईटी) परीक्षा 22 मई और प्री-पालीटेक्निक टेस्ट (पीपीटी ) परीक्षा 29 मई को होना है। लेकिन कुछ सालों के आंकड़ों पर नजर डालें तो इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम को लेकर छात्रों में कम होते रुझान …

रायपुर। छत्तीसगढ़ में व्यावसायिक परीक्षा मंडल ने इंजीनियरिंग व पालीटेक्निक की प्रवेश परीक्षा के लिए तारीख की घोषणा कर दी है। प्री-इंजीनियरिंग टेस्ट (पीईटी) परीक्षा 22 मई और प्री-पालीटेक्निक टेस्ट (पीपीटी ) परीक्षा 29 मई को होना है। लेकिन कुछ सालों के आंकड़ों पर नजर डालें तो इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम को लेकर छात्रों में कम होते रुझान से इंजीनियरिंग कालेजों के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहा है। जिसकी वजह से कालेज प्रबंधन के सामने इस बार भी इंजीनियरिंग की सीटें भरना चुनौती होगी।

अगर वर्ष-2021 की स्थिति को देखें तो राज्य में इंजीनियरिंग की 11,291 सीटों में सिर्फ 4,833 भरी थीं। वहीं पालीटेक्निक की 7,870 में से 2,856 सीटों में ही छात्रों ने दाखिला लिया था, जबकि प्राइवेट इंजीनियरिंग व पालीटेक्निक कालेजों में 100 फीसद सीटें भर गई थीं। वही इस पर उच्च व तकनीकी शिक्षा विशेषज्ञ योगेश सोनी ने कहा, राज्य के प्राइवेट कालेजों में शिक्षा गुणवत्ता खराब होने से छात्रों का रुझान सरकारी कालेजों में बढ़ रहा है। प्राइवेट कालेजों के छात्र अच्छे अंक से तो पास हो रहे हैं, लेकिन प्रैक्टिकल जानकारियों का अभाव होता है। ऐसे में इन छात्रों में बेरोजगारी भी बढ़ रही है। बड़ा कारण यही है कि यहां प्राइवेट इंजीनियरिंग को लेकर छात्रों का रूझान कम हो रहा है।

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