लखनऊ: म्यांमार व बांग्लादेश से महिलाओं व बच्चों को लाकर बेचने वाले गिरोह का सदस्य गिरफ्तार

लखनऊ: म्यांमार व बांग्लादेश से महिलाओं व बच्चों को लाकर बेचने वाले गिरोह का सदस्य गिरफ्तार

लखनऊ। म्यांमार और बांग्लादेश से फर्जी दस्तावेज बनाकर महिलाओं और बच्चों को बहला-फुसलाकर लाने और भारत में बेचने वाले गिरोह के एक और प्रमुख सदस्य को यूपी एटीएस ने त्रिपुरा से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अभियुक्त बप्पन उर्फ अरशद मियां त्रिपुरा के सेपाहिजला जिले के कलाम चौरा थानांतर्गत उत्तरपारा पुलिया का रहने वाला है। उसके …

लखनऊ। म्यांमार और बांग्लादेश से फर्जी दस्तावेज बनाकर महिलाओं और बच्चों को बहला-फुसलाकर लाने और भारत में बेचने वाले गिरोह के एक और प्रमुख सदस्य को यूपी एटीएस ने त्रिपुरा से गिरफ्तार किया है।

गिरफ्तार अभियुक्त बप्पन उर्फ अरशद मियां त्रिपुरा के सेपाहिजला जिले के कलाम चौरा थानांतर्गत उत्तरपारा पुलिया का रहने वाला है। उसके खिलाफ एनआइए/एटीएस की विशेष न्यायालय की ओर से गैर जमानती वॉरंट जारी किया गया था। याद रहे कि इसी गिरोह के एक प्रमुख सदस्य म्यांमार निवासी मो. रफीक उर्फ रफीक उल इस्लाम को गत 26 फरवरी को एटीएस ने लखनऊ से गिरफ्तार किया था। जब रफीक जेल में बंद अपने साथी इस्माइल से मिलने आया था।

पूछताछ के बाद एटीएस की ओर से बताया गया कि रफीक मो. नूर के माध्यम से बप्पन के संपर्क में आया था। नूर के कहने पर ही रफीक ने अपने कोटक महिंद्रा बैंक खाते से गूगल पे के माध्यम से बप्पन को पैसे भेजे थे। इसके कुछ दिनों बाद नूर ने रफीक को बप्पन के पास त्रिपुरा भेजा था ताकि वह बप्पन के द्वारा बॉर्डर पार करवाकर लाए गए लोगों को नूर को सौंप सके।

21 फरवरी को रफीक, बप्पन के पास पहुंचा तो बप्पन ने बताया कि जिन लोगों को बॉर्डर पार करवाकर लाया गया था, उन्हें पुलिस ने पकड़ लिया है। रफीक ने एटीएम से 10 हजार रुपए निकाल कर बप्पन को दिए। इसके बाद वह लौट गया। बप्पन ने बताया कि इस अवैध व्यापार से प्राप्त धन का वितरण रफीक, नूर मोहम्मद और उसमें बराबर-बराबर होता था।

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