सीतापुर: नैमिषारण्य में मौनी अमावस्या पर भक्तों ने लगाई डुबकी

नैमिषारण्य/सीतापुर। माघ मास में पड़ने वाली मौनी अमावस्या के महापर्व पर लाखों श्रद्धालुओं ने चक्रतीर्थ एवं आदिगंगा गोमती के राजघाट, दशाश्वमेघ घाट, देवदेवेश्वर घाट आस्था की डुबकी लगाकर पुण्य लाभ प्राप्त किया। पुरोहितों को श्रद्धानुसार दान-दक्षिणा देकर आशीर्वाद प्राप्त किया। कड़ाके की ठंड में भी श्रद्धालुओं ने मौन धारण कर विभिन्न घाटों में स्नान किया। …
नैमिषारण्य/सीतापुर। माघ मास में पड़ने वाली मौनी अमावस्या के महापर्व पर लाखों श्रद्धालुओं ने चक्रतीर्थ एवं आदिगंगा गोमती के राजघाट, दशाश्वमेघ घाट, देवदेवेश्वर घाट आस्था की डुबकी लगाकर पुण्य लाभ प्राप्त किया। पुरोहितों को श्रद्धानुसार दान-दक्षिणा देकर आशीर्वाद प्राप्त किया। कड़ाके की ठंड में भी श्रद्धालुओं ने मौन धारण कर विभिन्न घाटों में स्नान किया। दोपहर बाद निकले भगवान सूर्य नारायण के दर्शन होने के बाद भीड़ में काफी वृद्धि हुई। फिर मां ललिता के दर्शन करने के बाद प्रसाद ग्रहण कर मौन व्रत तोड़ा।
गोमती नदी के विभिन्न घाटों समेत चक्रतीर्थ में स्नान-दान किया। इसके बाद श्रद्धालुओं ने नैमिष के भूतेश्वरनाथ, व्यासगद्दी, सूतगद्दी, हनुमान गढ़ी, बालाजी, सत्यनारायण, कालीपीठ, चार धाम, देवदेवेश्वर धाम, पहला आश्रम, हरिहरानंद आश्रम आदि के दर्शन कर परिवार कल्याण की मनोरथ मांगी। इस अवसर पर कोतवाल सुरेश चंद्र मिश्र द्वारा सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था से कोई भी घटना नहीं हुई। हांलाकि नगर पालिका का उदासीन रवैया बरकरार रहा और एक दो स्थानों को छोड़कर यात्री लोग अलाव को ढूंढते रहे।
कड़ाके की ठंड के बीच श्रद्धालुओं ने किया पूजन अर्चन
कस्बे में स्थिति मां सोनासर देवी मंदिर में मौनी अमावस्या के दिन काफी संख्या में श्रद्धालुओं की मंगलवार की सुबह मंदिर में पूजन अर्चन के लिये भीड़ जुटी रही। कड़ाके की पड़ रही ठंडक में भी भक्तजनों की भीड़ मंदिर के मुख्य गेट पर जमा रही। भीषण ठंडक में दूर दराज से आये श्रद्धालुओं के लिए सेवता प्रधान प्रतिनिधि नंदराम गौतम ने अलाव भी जलवाया। जिससे श्रद्धालुओं को कड़ाके की पड़ रही ठंड से कोई दिक्कतें न हो सके।
यह भी पढ़ें:-पड़ोसी काे फसाने के लिए बहू ने चलाई तीन वर्षीय देवर पर गोली, पुलिस को किया गुमराह