मुरादाबाद: बिना सुई चुभाएं होगी खून की जांच

मुरादाबाद, अमृत विचार। जिले में खून की कमी (एनीमिया) से जूझ रही किशोरियों की अब बिना सुई चुभाएं खून की जांच की जाएगी। बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग व नन्हीं सी चिड़िया स्वयंसेवी संस्था के सौजन्य जांच की नई पहल करते हुए शुरुआत की गई है। शुरुआत पर प्रतीकात्मक रूप से पांच स्कूल में जाने …
मुरादाबाद, अमृत विचार। जिले में खून की कमी (एनीमिया) से जूझ रही किशोरियों की अब बिना सुई चुभाएं खून की जांच की जाएगी। बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग व नन्हीं सी चिड़िया स्वयंसेवी संस्था के सौजन्य जांच की नई पहल करते हुए शुरुआत की गई है। शुरुआत पर प्रतीकात्मक रूप से पांच स्कूल में जाने वाली किशोरियों के खून की जांच की गई। इस मौके पर अतिकुपोषित बच्चों को आहार से उपचार की ऑर्गेनिक उत्पाद से निर्मित खाद्य सामग्री वितरित की गई।
बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा कमीश्नरी सभागार में कुपोषण प्रबंधन व किशोरियों में एनीमिया प्रबंधन के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने की। कार्यक्रम में नन्हीं सी चिड़िया स्वयंसेवी संस्था की निदेशक अल्पना रितेश गुप्ता द्वारा किशोरियों में एनीमिया प्रबंधन के लिए एक अभिनव पहल करते हुए एक डिवाइज के माध्यम से किशोरियों के रक्त की जांच की जाएगी।
डिवाइज के माध्यम से बालिकाओं में स्वास्थ्य के मानकों का करीबी अंदाजा लगाते हुए उनके उपचार की कार्यवाही की जा सके। डिवाइस से 200 लड़कियों की पांच बार खून जांच की सकती है। संस्था की निदेशक अल्पना रितेश गुप्ता द्वारा बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग को पांच यंत्र दिए गए। बताया कि इस यंत्र द्वारा मात्र पांच से 10 सेकंड में बिना किसी सुई को चुभाए किशोरियों के एनीमिया, लिवर, किडनी, ऑक्सीजन लेवल व शुगर की प्रारंभिक जांच की जा सकेगी।
यह आईएसओ प्रमाणित, सीडीएस को प्रमाणित तथा इंडियन मेडिकल फेडरेशन के द्वारा सर्टिफाइड यंत्र है। कार्यक्रम में मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह अपार आयुक्त प्रशासन प्रशासन , मुख्य विकास अधिकार अन्य मंडल स्तरीय अधिकारियों के समक्ष के समक्ष प्रतीकात्मक रूप से पांच स्कूल में जाने वाली किशोरियों के खून की जांच की गई। जिनमें अधिकांश में 11 से कम हिमोग्लोबिन पाया गया। जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ अनुपमा शांडिल्य की माने तो, रक्त को मापने के लिए यह एक महत्वपूर्ण यंत्र साबित होगा। इस अवसर पर मंडल आयुक्त द्वारा अल्पना रितेश गुप्ता को शॉल पहनाकर उनका सम्मान किया गया। डीपीओ ने बताया कि कुपोषण के कुचक्र को तोड़ने के लिए यह उपाय बहुत ही कारगर साबित होंगे। इस अवसर पर अमित कुमार वर्मा को प्रतीक चिन्ह देकर मंडल आयुक्त द्वारा सम्मानित किया गया।
आहार से उपचार कार्यक्रम शुरु
बाल विकास पुष्टाहार विभाग द्वारा गुरुवार को बच्चों में कुपोषण के प्रबंधन के लिए चल रहे विभिन्न प्रयासों के अतिरिक्त रामपुर कृषक फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी के संयुक्त तत्वाधान में चिन्हित 2000 सैम व मैम बच्चों को आहार से उपचार तक एक किट वितरित की गई। जिसमें स्थानीय स्तर पर किसानों द्वारा तैयार ऑर्गेनिक उत्पाद से निर्मित खाद्य सामग्री दी गई।