अयोध्या: न्याय न मिलने पर व्यापारियों ने राष्ट्रपति से मांगी इच्छा मृत्यु, जानें पूरा मामला

अयोध्या: न्याय न मिलने पर व्यापारियों ने राष्ट्रपति से मांगी इच्छा मृत्यु, जानें पूरा मामला

अयोध्या। रामनगरी के व्यापारियों में इन दिनों भाजपा और सरकार के विरोध की आग धधक रही है। दरअसल इसके पीछे अयोध्या के विकास की कुछ एक परियोजनाएं हैं जिससे व्यापारी बड़े स्तर पर प्रभावित हो रहे हैं। व्यापारियों में इस कदर गुस्सा है कि वे अब इच्छा मृत्यु की मांग करने लगे हैं। गुरुवार को …

अयोध्या। रामनगरी के व्यापारियों में इन दिनों भाजपा और सरकार के विरोध की आग धधक रही है। दरअसल इसके पीछे अयोध्या के विकास की कुछ एक परियोजनाएं हैं जिससे व्यापारी बड़े स्तर पर प्रभावित हो रहे हैं। व्यापारियों में इस कदर गुस्सा है कि वे अब इच्छा मृत्यु की मांग करने लगे हैं। गुरुवार को बाबू बाजार राधा वृजराज मंदिर में पत्रकारों के सामने व्यापारियों ने देश के राष्ट्रपति से इच्छामृत्यु की मांग की। व्यापारियों ने कहा कि हम सब अयोध्या के निवासी हैं। पुश्तों से शहर में रहकर किसी प्रकार से अपना व परिवार का पेट पाल रहे हैं।

श्री राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद के फैसले के उपरांत वर्तमान भारत सरकार व उत्तर प्रदेश सरकार ने अयोध्या शहर के विस्तारीकरण व नवीनीकरण के लिए कार्य योजना बनाई, जिसका हम स्वागत करते हैं लेकिन उक्त परियोजना में अयोध्या शहर के नयाघाट से लेकर फैजाबाद शहर के सहादतगंज तक सड़क के दोनों पटरियों पर व हनुमानगढ़ी से श्री राम जन्मभूमि तक चौड़ीकरण का कार्य होना है, जिससे हजारों व्यापारी व उनका परिवार विस्थापित होने की स्थिति में आ गए हैं।

उत्तर प्रदेश की सरकार ने वादा किया था सभी दुकानदारों को स्थाई रूप से समायोजित करने के उपरांत ही सड़क का चौड़ीकरण होगा और उचित मुआवजा दिया जायेगा, लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार अपने वादे से पूरी तरह से मुकरते हुए हम सभी व्यापारियों का दमन करने पर अमादा है। ऐसी परिस्थिति में हम सभी के पास अपनी जीवन लीला समाप्त कर लेने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। उन्होंने राष्ट्रपति से मांग की कि या तो व्यापारियों की समस्या का निराकरण करवाएं या हम सभी को सामूहिक रूप से इच्छा मृत्यु की अनुमति प्रदान करें।

मालूम हो कि इसके पहले इसी मुद्दे पर बीते दिन व्यापारियों ने अभूतपुर्व बाजारबन्दी की थे। आज बैठक और पत्रकारवार्ता दौरान नन्द कुमार गुप्ता, बृजकिशोर पाडेय, शक्ति जायसवाल, विजय यादव, कमलेश प्रजापति, कलावती, सुशीला, मीरा, किरन देवी, मिथिलेश, सोनू साहू, सोम नाथ, मीरा देवी, मंजू, चन्दा देवी,माता प्रसाद, अनीता, मो जफर सिद्दकी, शैलेंद्र मोदनवाल, अमित मोदनवाल, राम नाथ, सुरेश सोनकर, गीता सिह, बिटटन मिश्रा माया देवी आदि मौजूद रहे।