मिशन 2022: क्या योगी तोड़ पाएंगे मुख्यमंत्री की कुर्सी से जुड़ा ये बड़ा मिथक

मिशन 2022: क्या योगी तोड़ पाएंगे मुख्यमंत्री की कुर्सी से जुड़ा ये बड़ा मिथक

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद के साथ एक मिथक जुड़ा हुआ है। आजादी के इन 75 सालों में कोई मुख्यमंत्री निरंतरता में दोबारा मुख्यमंत्री नहीं बना है। बसपा प्रमुख मायावती 1995 और 1997 में लगातार मुख्यमंत्री बनीं जरूर, लेकिन इन दो कार्यकालों के बीच भी दो वर्ष का राष्ट्रपति शासन आ गया था। ऐसे …

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद के साथ एक मिथक जुड़ा हुआ है। आजादी के इन 75 सालों में कोई मुख्यमंत्री निरंतरता में दोबारा मुख्यमंत्री नहीं बना है। बसपा प्रमुख मायावती 1995 और 1997 में लगातार मुख्यमंत्री बनीं जरूर, लेकिन इन दो कार्यकालों के बीच भी दो वर्ष का राष्ट्रपति शासन आ गया था। ऐसे में अब राजनैतिक गलियारों में यह सवाल तैर रहा है कि क्या योगी आदित्यनाथ प्रदेश के इस मिथक को तोड़ पाएंगे।

देश की स्वतंत्रता के बाद संयुक्त प्रांत उत्तर प्रदेश नाम से जाना जाने लगा। 26 जनवरी 1950 को संयुक्त प्रांत के प्रधान गोविंद वल्लभ पंत राज्य के पहले मुख्यमंत्री बने। इसके बाद से योगी आदित्यनाथ समेत कुल 21 राजनीतिक चेहरे प्रदेश में मुख्यमंत्री की कुर्सी की शोभा बन चुके हैं। इनमें चन्द्रभानु गुप्ता तीन बार मुख्यमंत्री बने। चौधरी चरण सिंह दो बार, नारायण दत्त तिवारी तीन बार, मुलायम सिंह यादव तीन बार व कल्याण सिंह दो बार मुख्यमंत्री बने।

मायावती के नाम कई रिकार्ड

बसपा प्रमुख मायावती सबसे ज्यादा चार बार मुख्यमंत्री बनीं। मायावती ही एकमात्र ऐसी शख्सियत रहीं जिनके कार्यकाल में विधानसभा भंग हुई और जब नई विधानसभा का गठन हुआ तो वह फिर मुख्यमंत्री बनीं, लेकिन उनका कार्यकाल भी निरंतर नहीं था और बीच में करीब दो साल राष्ट्रपति शासन लगा हुआ था। यही नहीं मायावती ही प्रदेश में अब तक सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने का रिकार्ड भी बना चुकी हैं। वे चार कार्यकाल में करीब सात वर्ष मुख्यमंत्री रही हैं। इसके बाद दूसरे मुख्यमंत्री संपूर्णानंद करीब छह वर्ष, मुलायम सिंह यादव 63 माह और अखिलेश यादव भी पांच वर्ष मुख्यमंत्री रह चुके हैं। योगी आदित्यनाथ के भी पांच वर्ष पूरे होने में कोई संदेह नहीं दिखता।

यूपी के मुख्यमंत्री कार्यकाल

  • गोविंद वल्लभ पंत 26 जनवरी 1950-27 दिसंबर 1954
  • संपूर्णानंद 28 दिसंबर 1954-6 दिसंबर 1960
  • चंद्र भानु गुप्ता 7 दिसंबर 1960-1 अक्टूबर 1963
  • सुचेता कृपलानी 2 अक्टूबर 1963-13 मार्च 1967
  • चंद्र भानु गुप्ता 14 मार्च 1967-2 अप्रैल 1967
  • चौधरी चरण सिंह 3 अप्रैल 1967-25 फरवरी 1968
  • राष्ट्रपति शासन 25 फरवरी 1968-26 फरवरी 1969
  • चंद्र भानु गुप्ता 26 फरवरी 1969-17 फरवरी 1970
  • चौधरी चरण सिंह 18 फरवरी 1970-1 अक्टूबर 1970
  • राष्ट्रपति शासन 1 अक्टूबर 1970-18 अक्टूबर 1970
  • त्रिभुवन नारायण सिंह 18 अक्टूबर 1970-3 अप्रैल 1971
  • कमलापति त्रिपाठी 4 अप्रैल 1971-12 जून 1973
  • राष्ट्रपति शासन 12 जून 1973-8 नवंबर 1973
  • हेमवती नंदन बहुगुणा 8 नवंबर 1973-29 नवंबर 1975
  • राष्ट्रपति शासन 30 नवंबर 1975-21 जनवरी 1976
  • नारायण दत्त तिवारी 21 जनवरी 1976-30 अप्रैल 1977
  • राष्ट्रपति शासन 30 अप्रैल 1977-23 जून 1977
  • राम नरेश यादव 23 जून 1977-27 फरवरी 1979
  • बनारसी दास 28 फरवरी 1979-17 फरवरी 1980
  • राष्ट्रपति शासन 17 फरवरी 1980-9 जून 1980
  • विश्वनाथ प्रताप सिंह 9 जून 1980-18 जुलाई 1982
  • श्रीपति मिश्र 19 जुलाई 1982-2 अगस्त 1984
  • नारायण दत्त तिवारी 3 अगस्त 1984-24 सितंबर 1985
  • वीर बहादुर सिंह 24 सितंबर 1985-24 जून 1988
  • नारायण दत्त तिवारी 25 जून 1988-5 दिसंबर 1989
  • मुलायम सिंह यादव 5 दिसंबर 1989-24 जून 1991
  • कल्याण सिंह 24 जून 1991-6 दिसंबर 1992
  • राष्ट्रपति शासन 6 दिसंबर 1992-4 दिसंबर 1993
  • मुलायम सिंह यादव 4 दिसंबर 1993-3 जून 1995
  • मायावती 3 जून 1995-18 अक्टूबर 1995
  • राष्ट्रपति शासन 18 अक्टूबर 1995-21 मार्च 1997
  • मायावती 21 मार्च 1997-21 सितंबर 1997
  • कल्याण सिंह 21 सितंबर 1997-12 नवंबर 1999
  • राम प्रकाश गुप्ता 12 नवंबर 1999-28 अक्टूबर 2000
  • राजनाथ सिंह 28 अक्टूबर 2000-8 मार्च 2002
  • राष्ट्रपति शासन 8 मार्च 2002-3 मई 2002
  • मायावती 3 मई 2002-29 अगस्त 2003
  • मुलायम सिंह यादव 29 अगस्त 2003-13 मई 2007
  • मायावती 13 मई 2007-7 मार्च 2012
  • अखिलेश यादव 15 मार्च 2012-19 मार्च 2017
  • योगी आदित्यनाथ 19 मार्च 2017-पदस्थ।