निवेश, रोजगार पर तृणमूल सरकार के बयान जमीन पर क्रियान्वित होते नहीं दिख रहे: धनखड़

सिलीगुड़ी। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने बुधवार को बुद्धिजीवी वर्ग से उन मुद्दों पर बोलने की अपील की जो राज्य को प्रभावित कर रहे हैं। राज्यपाल ने आरोप लगाया कि निवेश और रोजगार पर तृणमूल कांग्रेस सरकार के बयान जमीन पर क्रियान्वित होते नहीं दिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह जगजाहिर है …
सिलीगुड़ी। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने बुधवार को बुद्धिजीवी वर्ग से उन मुद्दों पर बोलने की अपील की जो राज्य को प्रभावित कर रहे हैं। राज्यपाल ने आरोप लगाया कि निवेश और रोजगार पर तृणमूल कांग्रेस सरकार के बयान जमीन पर क्रियान्वित होते नहीं दिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह जगजाहिर है कि पश्चिम बंगाल में शासन की गंभीर समस्याएं हैं। उन्होंने दावा किया कि राज्य में नौकरशाही सत्तारूढ़ दल के सख्त नियंत्रण में है।
धनखड़ ने दार्जीलिंग जाते समय बागडोगरा हवाई अड्डा पहुंचने के बाद संवाददाताओं से कहा, यह उचित समय है कि नागरिक समाज संस्थाएं और बुद्धिजीवी वर्ग इन मुद्दों पर बोलें। उन्होंने कहा कि नागरिक समाज संस्थाओं और बुद्धिजीवी वर्ग का चुप रहना उनके लिए बहुत पीड़ादायी है। उन्होंने कहा, तीन साल से अधिक समय से मैंने निवेश, रोजगार और अन्य विकास कार्यों पर कई बयान देखे हैं लेकिन वे जमीन पर क्रियान्वित होते नहीं दिखे हैं।
राज्यपाल ने यह आरोप भी लगाया कि राज्य में विपक्षी दलों की राजनीतिक गतिविधि के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने दावा किया कि राज्य में वित्त एवं सरकारी नौकरियों के संदर्भ में विकास और सशक्तिकरण को सांप्रदायिक रूप दे दिया गया है। उन्होंने कहा, यह तुष्टिकरण देश को नष्ट कर देगा। धनखड़ ने दावा किया कि यह समाज में गंभीर असंतुलन पैदा करेगा।
धनखड़ ने ट्विटर पर कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल के राज्यपाल नागरिक समाज संस्थाओं, बुद्धिजीवी वर्ग और मीडिया से चुप्पी तोड़ने तथा राज्य में अत्यधिक तुष्टिकरण, सांप्रदायिक आधार पर संरक्षण, माफिया सिंडिकेट वसूली के चिंताजनक परिदृश्य को उजागर करने की अपील करते हैं ताकि यह लोकतांत्रिक मूल्यों एवं मानव अधिकार संरक्षण को बढ़ाने में मदद कर सके।
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