मुरादाबाद : बीमा व लोन के नाम पर ठगी का काला कारोबार खड़ा करने के दो आरोपी गिरफ्तार, दो अभी भी फरार

मुरादाबाद,अमृत विचार। बीमा व लोन दिलाने के नाम पर महानगर के ठगी का काला कारोबार खड़ा करने वाले दो आरोपियों को सोमवार को मझोला पुलिस ने दबोच लिया। अभियुक्तों के कब्जे से एक लैपटाप, आठ रजिस्टर, चार मोबाइल फोन व एक फाइल बरामद हुई। ठगों के गिरोह के दो सदस्य अभी भी फरार हैं। उनकी …
मुरादाबाद,अमृत विचार। बीमा व लोन दिलाने के नाम पर महानगर के ठगी का काला कारोबार खड़ा करने वाले दो आरोपियों को सोमवार को मझोला पुलिस ने दबोच लिया। अभियुक्तों के कब्जे से एक लैपटाप, आठ रजिस्टर, चार मोबाइल फोन व एक फाइल बरामद हुई। ठगों के गिरोह के दो सदस्य अभी भी फरार हैं। उनकी तलाश में छापेमारी चल रही है। हत्थे चढ़े आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी व ठगी का मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया।
एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया व सीओ सिविल लाइंस आशुतोष तिवारी ने संयुक्त रूप से बताया कि मझोला पुलिस को मखबिर से सूचना मिली कि बद्धि विहार सेक्टर दो स्थित आवास विकास में बीमा व लोन दिलाने के नाम पर ठगी का कारोबार खड़ा किया गया है। रेन्यू बाय कंपनी के नाम से ठगी का कारोबार होने की सूचना पाते ही पुलिस हरकत में आ गई। थाना प्रभारी धनंजय सिंह के नेतृत्व में रविवार रात पुलिस ने छापेमारी की।
मौके से दो संदिग्ध हत्थे चढ़े। उनकी पहचान जैनेन्द्र उर्फ जैनू पुत्र अनिल कुमार निवासी ग्राम लालावाला थाना ठाकुरद्वारा व अमित कुमार पुत्र धर्मवीर सिंह निवासी ग्राम भाटैल थाना हाफिजपुर हापुड केक रूप में हुई। दोनों फिलहाल बुद्धि विहार आवास विकास में रहते थे। उनके कब्जे से एक लैपटॉप, आठ रजिस्टर, चार मोबाइल फोन, एक फाइल बरामद हुआ। आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। सोमवार को दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया। वहां से दोनों जेल भेज दिए गए। ठगी में शामिल रवि चौधरी पुत्र श्री महेन्द्र चौधरी निवासी सद्दीक नगर थाना सैफनी,रामपुर व कावेन्द्र सिंह निवासी ग्राम नन्हूवाला थाना ठाकुरद्वारा फरार हैं। दोनों की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है।
सोशल मीडिया की मदद से चलाते थे ठगी का नेटवर्क
पूछताछ में ठगों ने बताया कि सोशल मीडिया की मदद से उन्होंने ठगी का नेटवर्क खड़ा किया। सोशल मीडिया पर वह बीमा ऑर लोन दिलाने विज्ञापन जारी करते थे। झांसे में फंसा ग्राहक फर्जी बीमा पॉलिसी लेकर घर लौटता था। लोन मांगने वालों को फर्जी एप्रूवल लेटर देकर ठगी करते थे। पांच माह पहले मार्च महीने में उन्होंने ठगी का गोरखधंधा मुरादाबाद में शुरु किया। डेढ़ हजार लोगों को अब तक वह बीस लाख रुपये का चूना लगा चुके थे।
रिश्ते को बना लिया ठगी का जरिया
महानगर के बुद्धिवहार विहार में ठगी का नेटवर्क खड़ा करने के लिए करीबी रिश्तेदारों की मदद ली गई। ठगी करने वालों में मामा-भांजा व जीजा-साला शामिल हैं। सीओ सिविल लाइंस आशुतोश तिवारी ने बताया गिरोह का सरगना रामपुर के सैफनी थाना क्षेत्र में सद्दीनगर गांव का रहने वाला रवि चौधरी है। रवि अपने जीजा अमित कुमार के साथ ठगी का कारोबार करता था। इंटर पास अमित पहले शुगर मिल में काम करता था। रवि ने पांच माह पहले अवैध कारोबार की नींव डाली। ठगी में जीजा को भी शामिल कर लिया। बुद्धिविहार एलआईसी ऑफिस के पास रेन्यू बाय कंपनी नाम से उन्होंने ऑफिस खोला। बीएससी पास जैनेंद्र उर्फ जैनू व उसके मामा कावेंद्र सिंह को रवि ने अपने गिरोह में शामिल कर लिया। फिर चारों एक साथ मिलकर लोगों को ठगी का शिकार बनाने लगे। ठगी की रकम चारों आपस में बराबर बांट लेते थे।
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