नागपुर हिंसा: विरोध-प्रदर्शन का नेतृत्व करने पर एमडीपी नेता फहीम खान गिरफ्तार

नागपुर हिंसा: विरोध-प्रदर्शन का नेतृत्व करने पर एमडीपी नेता फहीम खान गिरफ्तार

नागपुर। महाराष्ट्र में नागपुर पुलिस थाने के बाहर सोमवार को एक विरोध-प्रदर्शन का नेतृत्व करने के आरोप में ‘माइनॉरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी’ (एमडीपी) के नेता फहीम खान को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। एक अधिकारी ने बताया कि खान उन 50 से अधिक लोगों में शामिल है जिन्हें शहर में सोमवार रात हुई हिंसा के सिलसिले में गिरफ़्तार किया गया है। इस हिंसा में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।

अधिकारी ने बताया कि पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि दंगे भड़काने में खान की कोई भूमिका थी या नहीं। खान के खिलाफ प्राथमिकी में कहा गया है कि खान के नेतृत्व में 50 से 60 लोगों का एक समूह सोमवार को गणेशपेठ पुलिस थाने के बाहर अवैध रूप से इकट्ठा हुआ और दिन में पहले हुए विश्व हिंदू परिषद के एक विरोध-प्रदर्शन के खिलाफ एक ज्ञापन सौंपा।

अधिकारी के अनुसार, इसके बाद खान और आठ अन्य लोग भालदारपुरा इलाके में गए, जहां शिवाजी महाराज चौक के पास एक अल्पसंख्यक समुदाय के करीब 500 से 600 लोग जमा हुए थे। अधिकारी ने बताया कि खान को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया। यह पूछे जाने पर कि क्या खान ही मास्टरमाइंड है, नागपुर के पुलिस आयुक्त वीरेंद्र सिंघल ने संवाददाताओं से कहा कि हमलावरों की पहचान करने और प्राथमिकी में नामजद व्यक्तियों की भूमिका की जांच की जा रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘कुछ नाम सामने आए हैं। पुलिस जांच करेगी कि क्या इन लोगों की शुरू से ही कोई भूमिका थी, क्या उनकी कोई आपराधिक पृष्ठभूमि है, या क्या वे (हिंसा की) साजिश रच रहे थे। इन सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।’’ सिंघल ने कहा कि अब तक छह प्राथमिकी दर्ज की गई हैं।

छत्रपति संभाजीनगर जिले में स्थित मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र को हटाने के लिए विहिप और बजरंग दल के नेतृत्व में हुए विरोध-प्रदर्शन के दौरान आयत वाली चादर जलाए जाने की अफवाहों के बीच हिंसक भीड़ ने सोमवार रात को मध्य नागपुर के कई इलाकों में उत्पात मचाया। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि विहिप के विरोध प्रदर्शन के दौरान कुरान की आयतों वाली कोई चादर नहीं जलाई गई। तलाशी अभियान के बाद 50 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया और नागपुर के कुछ हिस्सों में कर्फ्यू लगा दिया गया।

बचाव पक्ष के एक वकील ने दावा किया कि गिरफ्तार लोगों में कंप्यूटर इंजीनियर और स्कूल जाने वाले बच्चे भी शामिल हैं और उनमें से कई निर्दोष हैं। अधिवक्ता आसिफ कुरैशी ने कहा कि मंगलवार को स्थानीय अदालत में 27 आरोपियों को पेश किया गया और उनमें से 11 को सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया गया।

उन्होंने बताया कि आरोपियों को दो दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है। उन्होंने दावा किया कि सोमवार को हुई हिंसा और आगजनी की घटनाओं के दौरान अधिकतर आरोपी अपने परिवार के साथ घर पर थे।

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