एटीसीएस से कंट्रोल किया जाएगा मुरादाबाद का ट्रैफिक, वाहन नहीं होने पर स्वत: ग्रीन हो जाएगा सिग्नल

मुरादाबाद/अमृत विचार। जल्द ही यातायात विभाग हाईटैक होने जा रहा है। इसके लिए कवायद शुरू कर दी गई है। आए दिन जाम की समस्या से जूझने वाले महानगरवासियों को इससे राहत मिलेगी। इसके लिए महानगर में 34 स्थानों पर एडेप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम (एटीसीएस) लगाए जाएंगे। इनमें से 18 स्थानों पर अभी कैमरे नहीं लगे …
मुरादाबाद/अमृत विचार। जल्द ही यातायात विभाग हाईटैक होने जा रहा है। इसके लिए कवायद शुरू कर दी गई है। आए दिन जाम की समस्या से जूझने वाले महानगरवासियों को इससे राहत मिलेगी। इसके लिए महानगर में 34 स्थानों पर एडेप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम (एटीसीएस) लगाए जाएंगे। इनमें से 18 स्थानों पर अभी कैमरे नहीं लगे हैं। एटीसीएस के बाद वाहन सड़कों पर निर्बाध रूप से दौड़ सकेंगे। इसके तहत ऑटोमैटिक सिग्नल लगाए जाएंगे। एटीसीएस लगाने के लिए स्थानों का चयन कर लिया गया है।
एसपी ट्रैफिक अशोक कुमार ने बताया कि ट्रैफिक को कंट्रोल करने के लिए एटीसीएस आधुनिक तकनीक है। इसके तहत ट्रैफिक पर ग्रीन और रेड लाइट समय फिक्स नहीं रहता है। वाहनों की संख्या के अनुसार समय में स्वत: ही बदलाव होता रहता है। इस तकनीक के अमल में आने के बाद लोगों को अनावश्यक रूप से ट्रैफिक सिग्नल पर नहीं रुकना पड़ेगा।
ट्रैफिक नहीं होने पर स्वत: ही सिग्नल हरा हो जाएगा। उन्होंने बताया कि इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) शहर के जाम से निजात दिलाने की कवायद शुरू हो गई। दो सौ करोड़ रुपये से शहर के चौराहों पर हाई रेजुलेशन सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना है। जून 2022 तक आईसीसीसी के काम को पूरा करने की समय सीमा तय हो चुकी है। प्रथम चरण में दो करोड़ रुपये से बनकर तैयार आईसीसीसी भवन में शहर के चप्पे-चप्पे पर नजर रखने के लिए उपकरण लगाने की कवायद शुरू हो चुकी है।
स्क्रीन वॉल से शहर की विभिन्न लोकेशन को देखा जा सकेगा
आईसीसीसी भवन में बने कंट्रोल रूम के जरिए जाम लगते ही संबंधित क्षेत्र की यातायात पुलिस को आइसीसीसी भवन में बैठी टीम के माध्यम से संदेश दिया जाएगा। ट्रायल के तौर पर महानगर के पीलीकोठी और महाराणा प्रताप सिंह चौक को चिह्नित किया जा चुका है। दो किमी दूर तक हाई रेजुलेशन वाले कैमरे शहर के जाम के साथ ही आपराधिक गतिविधियों पर नजर रख सकेंगे। पूरे शहर 233 फिक्स कैमरे लगाए जाएंगे।
आपराधिक गतिविधियों और चोरी के वाहनों पर भी रहेगी नजर
अत्याधुनिक तकनीक से लैस सीसीटीवी कैमरों की मदद से नागरिकों की सुरक्षा, यातायात, अतिक्रमण, महिलाओं की सुरक्षा, सफाई के वाहन, स्मार्ट बस का संचालन समेत अन्य गतिविधियों पर भी नजर रखी जा सकेगी। इसके साथ ही यह कैमरे चोरी के वाहनों पर भी नजर रखेगे। अलग-अलग गतिविधियों पर नजर रखने के लिए आईसीसीसी भवन में 16 टीमें बैठेंगी। इसमें पुलिस विभाग की टीम भी शामिल होगी।
क्या होता है एडेप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम
इस आधुनिक तकनीक के तहत ट्रैफिक पर ग्रीन और रेड लाइट का समय फिक्स नहीं रहता है। यह ट्रैफिक सिग्नल पर गाड़ियों की वास्तविक संख्या के अनुसार बदलता रहता है। वर्तमान में ट्रैफिक सिग्नल पर बत्ती एक निश्चित समय के लिए जलती रहती है, जैसे रेड होने पर सिग्नल 90 सेकेंड तक रेड ही रहती है चाहे कोई गाड़ी रास्ते पर हो या नहीं। इस कारण लोगों को कई बार अनावश्यक रूप से ट्रैफिक सिग्नल पर रुकना पड़ता है, लेकिन नई तकनीक के आने के बाद सिग्नल तभी तक रेड रहेगा, जब तक वहां अधिक संख्या में वाहन होंगे। वाहन नहीं होने पर सिग्नल स्वत: ग्रीन हो जाएगा।
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