मानसिक स्वास्थ्य दिवस विशेष : जन्म के समय बच्चा न रोये तो होते हैं असामान्य विकास के लक्षण

अमृत विचार, बांदा। मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर मानसिक मंदता के कारणों और उसके बचाव के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी। बताया गया कि बच्चे के जन्म के समय इस बात पर विशेष रूप से गौर करने की आवश्यकता होती है कि बच्चा रोया या नहीं। यदि बच्चा नहीं रोता तो उसके सामान्य विकास के लक्षण …
अमृत विचार, बांदा। मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर मानसिक मंदता के कारणों और उसके बचाव के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी। बताया गया कि बच्चे के जन्म के समय इस बात पर विशेष रूप से गौर करने की आवश्यकता होती है कि बच्चा रोया या नहीं। यदि बच्चा नहीं रोता तो उसके सामान्य विकास के लक्षण नहीं होते। ऐसे बच्चों को तत्काल उपचार जरूरी है।
जिला कारागार का निरीक्षण एवं विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में जनपद न्यायाधीश कमलेश कच्छल के निर्देशन में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण भगवान दास गुप्ता ने की।
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर मानसिक मंदता, लक्षण कारण एवं बचाव के संबंध में जानकारी दी गयी। वक्ताओं ने कहा कि सामान्य विकास के लक्षणों को जानने के लिए जब बच्चा पैदा होता है तब हमें ध्यान देना चाहिए, कि बच्चा रोया है या नहीं। यदि बच्चा रोता है तो बच्चे में सामान्य विकास के लक्षण है। मानसिक मंदता के कारण भी हो सकते हैं।
इन लक्षणों का कारण 18 वर्ष की आयु से पूर्व एवं 35 वर्ष की आयु के बाद बच्चे को जन्म देना व मां का खून आरएच निगेटिव एवं पिता का खून आरएच पॉजिटिव ग्रुप का होना बताया। इसके बाद सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण भगवानदास गुप्ता ने कारागार अस्पताल एवं पाकशाला का निरीक्षण किया। इस दौरान प्रभारी जेल अधीक्षक वीरेन्द्र कुमार वर्मा उपस्थित रहे।
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