लखनऊ: संपत्ति की लालच में बेटा ही बन गया मां-बाप और भाई का हत्यारा…

लखनऊ: संपत्ति की लालच में बेटा ही बन गया मां-बाप और भाई का हत्यारा…

लखनऊ। राजधानी लखनऊ के गत 6 जनवरी को हुए ट्रिपल मर्डर केस का पुलिस ने खुलासा कर लिया है। रिश्तों को तार-तार करने वाले इस नृशंस हत्याकांड में एक बेटा ही संपत्ति लालच में अपने मां-बाप और भाई का कातिल बन बैठा। पुलिस ने हत्यारे बेटे सरफराज नवाज खान व उसके दोस्त ठाकुरगंज थानांतर्गत मोहनीपुरवा …

लखनऊ। राजधानी लखनऊ के गत 6 जनवरी को हुए ट्रिपल मर्डर केस का पुलिस ने खुलासा कर लिया है। रिश्तों को तार-तार करने वाले इस नृशंस हत्याकांड में एक बेटा ही संपत्ति लालच में अपने मां-बाप और भाई का कातिल बन बैठा। पुलिस ने हत्यारे बेटे सरफराज नवाज खान व उसके दोस्त ठाकुरगंज थानांतर्गत मोहनीपुरवा निवासी अनिल यादव को गिरफ्तार कर लिया है।

पूछताछ के क्रम में सरफराज ने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया है। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर खून लगे तीन गद्दे व हत्या में प्रयुक्त बांका भी बरामद किया है।

लखनऊ के माल रोड पर छह जनवरी को मिला था शव

जानकारी हो कि गत 6 जनवरी को पुलिस ने इटौंजा में माल रोड के किनारे छह जनवरी को अज्ञात युवक का शव मिला था। इसके बाद मलिहाबाद में एक बुजुर्ग का शव व अगले दिन माल में बुजुर्ग महिला का शव बरामद हुआ। तीनों एक ही परिवार के थे। वहीं तीनों की हत्या का तरीका एक ही था। जिसमें गला रेतकर शव को फेंका गया था। शवों की पहचान विकास नगर सेक्टर-2 निवासी महमूद अली खान, उसकी पत्नी दरक्षा और बेटे सावेज के रूप में हुई।

झूठी कहानी पर पुलिस ने की सरफराज की धरपकड़

पुलिस के अनुसार हत्या करने के लिए सरफराज ने झूठी कहानी गढ़ी। उसने अपनी बहन को सावेज के फोन से व्हाट्स एप मैसेज करके बताया कि महमूल, दरक्षा व सावेज कश्मीर घूमने जा रहे हैं। इसके बाद कश्मीर की कुछ पुरानी फोटो भेजी और मैसेज किया कि कश्मीर में भूस्खलन होने के कारण वे लोग जम्मू-श्री नगर राजमार्ग फंस गये हैं और कुछ दिन के बाद वापस आयेंगे। जब पुलिस ने बहन के मोबाइल को चेक किया तो पता चला कि सावेज का मोबाइल लखनऊ में ही था। इसके बाद मोबाइल को सर्विलांस पर डालकर सरफराज को गिरफ्तार किया गया।

सावेज के प्रति ज्यादा प्यार से थी चिढ़न

पूछताछ में सरफराज ने बताया कि उसके मां-पिता सावेज को अधिक प्यार करते थे। जबकि उसे बेवहज हर बात पर रोक-टोक की जाती थी। संपत्ति में भी सावेज को ज्यादा प्राथमिकता दी जा रही थी। इस बात से वह काफी खिन्न था।

पिछले छह माह से कर रहा था हत्या की साजिश, प्रेम विवाह की नामंजूरी से भी परिवार से था नाराज

पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि सरफराज पिछले करीब 6 महीने से इस हत्याकांड की साजिश कर रहा था। दरअसल सरफराज ने कोलकाता में रहकर एलएलबी की पढ़ाई की थी। इस दौरान उसे एक लड़की से प्रेम भी हुआ, पर परिजनों ने प्रेम विवाह की मंजूरी नहीं थी। इसके बाद सरफराज करीब छह माह पूर्व लखनऊ वापस लौट आया।

वहीं संपत्ति को लेकर भी विवाद चल रहा था। इसके कारण पिछले छह माह से लखनऊ में ही रहकर सरफराज अपने मां-पिता व भाई की हत्या की साजिश कर रहा था। मौका मिलते ही उसने 5 जनवरी को अपने पिता, मां व भाई को खाने में जहर देकर मौत के घाट उतारा। इसके बाद बांका से गला रेतकर तीनों के शव को अपने दोस्त अनिल की मदद से अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया।

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