लखनऊ: रेलवे में अधूरे काम का ठेकेदार मांग रहा 90 फीसदी भुगतान

लखनऊ: रेलवे में अधूरे काम का ठेकेदार मांग रहा 90 फीसदी भुगतान

लखनऊ, अमृत विचार। रेलवे में अधूरे काम के बदले ठेकेदार 90 फीसदी भुगतान मांग रहा है। मामला उत्तर रेलवे के कैरिज एंड वैगन वर्कशाप का है। जहां एक चिट्ठी के वायरल होने पर भ्रष्टाचार का मामला उजागर होने की बात सामने आ रही है। जबकि ठेकेदार द्वारा किए गए बिजली कार्य न केवल अधूरे हैं, …

लखनऊ, अमृत विचार। रेलवे में अधूरे काम के बदले ठेकेदार 90 फीसदी भुगतान मांग रहा है। मामला उत्तर रेलवे के कैरिज एंड वैगन वर्कशाप का है। जहां एक चिट्ठी के वायरल होने पर भ्रष्टाचार का मामला उजागर होने की बात सामने आ रही है। जबकि ठेकेदार द्वारा किए गए बिजली कार्य न केवल अधूरे हैं, बल्कि वह मानकों के विपरीत भी। ऐसे में अधिकारी ने मुख्य कारखाना प्रबंधक और नॉर्दर्न रेलवे मेंस यूनियन के महामंत्री से शिकायत कर मदद मांगी है।

कैरिज एंड वैगन वर्कशॉप आलमबाग में वरिष्ठ खंड अभियंता विद्युत पद पर अरुण चोपड़ा तैनात है। उन्होंने मुख्य कारखाना प्रबंधक और नॉर्दर्न रेलवे मेंस यूनियन के महामंत्री शिव गोपाल मिश्र से मामले की शिकायत की है। उन्हें भेजे गए पत्र में कहा है कि राष्ट्रोदय प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड ने 90 फीसदी भुगतान के लिए उपमुख्य विद्युत अभियंता को पत्र लिखकर ठेकेदार का भुगतान हर हाल में करने के निर्देश दिए गए हैं।

गौरतलब है कि शिकायत की चिट्ठी जब शनिवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो रेलवे प्रशासन में हड़कंप मच गया। मामला रेल मंत्रालय व बोर्ड के पास पहुंचने पर कारखाना के आलाधिकारी सकते में आ गए। उम्मीद जताई जा रही है कि सोमवार से इस प्रकरण में जांच शुरू होगी।

भुगतान के दबाव में मानसिक तनाव में रेल अधिकारी
एग्रीमेंट के मुताबिक ठेकेदार ने वायरिंग का कार्य ठीक से नहीं किया। 4000 मीटर केबल को सिर्फ 800 मीटर डाली गई। ऐसे में ठेकेदार का भुगतान किया जाना गलत है। बदले में आलाधिकारी भुगतान का दबाव डाल रहे हैं। जिससे मैं मानसिक तनाव में हूं। मुझे त्यागपत्र देने और छुट्टी पर चले जाने के लिए भी कहा जा रहा है।