हरदोई: अदालत के आदेश पर वकील, दरोगा और पांच सिपाहियों के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर, जानें मामला

हरदोई। फुफेरे भाई से बचती-बचाती उत्तराखंड पहुंची किशोरी को उसके ट्यूटर ने अपने यहां पनाह दे दी। उसी किशोरी को बरामद करने वहां पहुंची पुलिस ने ट्यूटर को पकड़ा, साथ ही उसकी नगदी, मंहगा मोबाइल और कीमती सामान हड़प कर लिया था। जब उसे कहीं इंसाफ नहीं मिला, तो उसने अदालत का दरवाज़ा खटखटाया। अदालत …
हरदोई। फुफेरे भाई से बचती-बचाती उत्तराखंड पहुंची किशोरी को उसके ट्यूटर ने अपने यहां पनाह दे दी। उसी किशोरी को बरामद करने वहां पहुंची पुलिस ने ट्यूटर को पकड़ा, साथ ही उसकी नगदी, मंहगा मोबाइल और कीमती सामान हड़प कर लिया था। जब उसे कहीं इंसाफ नहीं मिला, तो उसने अदालत का दरवाज़ा खटखटाया। अदालत के आदेश पर किशोरी के पिता के अलावा सरकारी वकील, दो एसआई और पांच कांस्टेबिलो के खिलाफ धारा 342/406 के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई है। पुलिस जांच कर रही है।
कोतवाली शहर के नटवीर पुलिया धर्मशाला रोड पर रहने वाले अशोक कुमार मौर्य पुत्र विश्राम ने अदालत में दी अर्ज़ी में कहा था कि वह बच्चों को ट्यूशन पढ़ाता था। वहीं कोतवाली शहर के मुन्ने मियां चौराहा निवासी दीपक कुमार गुप्ता पुत्र राजेंद्र कुमार की पुत्री साक्षी उर्फ कीर्ति भी आठवीं की ट्यूशन पढ़ती थी। अशोक कुमार मौर्य मई 2017 से कोचिंग बंद कर हल्द्वानी (उत्तराखंड) में रहने लगा। साक्षी उर्फ कीर्ति का फुफेरा भाई मोहित अक्सर उसे परेशान किया करता था। वह उसी से परेशान हो कर उसके पास हल्द्वानी जा पहुंची।
उसी दौरान कोतवाली शहर में तैनात रहे तत्कालीन एसआई सुखपाल सिंह, यशपाल सिंह, पूर्व सरकारी वकील एजाज़ अहमद, कांस्टेबिल ज्ञानेंद्र शुक्ला, कुलदीप कुमार, अर्जुन सिंह, महिला कांस्टेबिल रेखा देवी व पूजा देवी ने उसके यहां दबिश दी। आरोप है कि दबिश के दौरान अशोक कुमार मौर्य के घर में रखा एटीएम कार्ड,डीएल, बैंक पासबुक, ज़रूरी कागज़ात, 89 हज़ार रुपए की नगदी और 40 हज़ार की कीमत का मोबाइल उठा ले गए। वकील के जरिए इंसाफ के गुहार लगाई, लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद इंसाफ के लिए अदालत में अर्ज़ी दी गई। अदालत के आदेश पर सभी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इसकी जांच एसआई संतोष कुमार शुक्ला को सौंपी गई है।
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