नाटो में शामिल होंगे फिनलैंड-स्वीडन, अमेरिकी सीनेट ने दी मंजूरी
वाशिंगटन। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की धमकी की बावजूद फिनलैंड और स्वीडन का नाटों में शामिल होने का रास्ता लगभग पूरा हो गया है। अमेरिकी सीनेट में सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों ने फिनलैंड और स्वीडन को उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) में शामिल करने का समर्थन किया। अमेरिकी सीनेट ने एक के मुकाबले 95 …
वाशिंगटन। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की धमकी की बावजूद फिनलैंड और स्वीडन का नाटों में शामिल होने का रास्ता लगभग पूरा हो गया है। अमेरिकी सीनेट में सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों ने फिनलैंड और स्वीडन को उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) में शामिल करने का समर्थन किया। अमेरिकी सीनेट ने एक के मुकाबले 95 मतों से दोनों पश्चिमी यूरोपीय देशों के नाटो में शामिल होने का समर्थन किया।
सीनेट में बहुमत के नेता चक शूमर ने फिनलैंड और स्वीडन के राजनयिकों को मतदान देखने के लिए चैम्बर दीर्घा में आमंत्रित किया। राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इन दोनों देशों को जल्द ही नाटो में शामिल करने का आह्वान किया। बहरहाल, इसके लिए सभी सदस्य देशों की अनुमति की आवश्यकता होगी।
आपको बता दें कि अभी नाटो के सदस्य देशों की संख्या 30 है। पिछले तीन महीने में नाटो के आधे से ज्यादा सदस्यों ने दो समृद्ध उत्तरी यूरोपीय देशों की उम्मीदवारी का समर्थन किया है। दोनों देशों ने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बीच मई में नाटो की सदस्यता के लिए आवेदन दिया था।
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