बरेली मंडल में कांग्रेस का नहीं नामोनिशान, फिर भी सबसे ज्यादा रही बीजेपी के निशाने पर

बरेली मंडल में कांग्रेस का नहीं नामोनिशान, फिर भी सबसे ज्यादा रही बीजेपी के निशाने पर

अनुपम सिंह, बरेली, अमृत विचार। ऐसा पहली बार है कि मंडल की पांचों संसदीय सीटों में से कांग्रेस इस चुनाव में किसी सीट पर चुनाव नहीं लड़ रही है। गठबंधन के तहत पांचों सीटों पर सपा ने अपने प्रत्याशी उतारे हैं लेकिन फिर भी भाजपा के निशाने पर सपा से भी ज्यादा कांग्रेस रही है। राष्ट्रीय मुद्दों का इस कदर असर है कि भाजपा के प्रत्याशी से लेकर बड़े से बड़े स्टार प्रचारक तक कांग्रेस को कठघरे में खड़ा करने के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं।

भाजपा ने केंद्र की सत्ता में आने से कांग्रेस मुक्त भारत का नारा दिया था। बरेली मंडल में चुनाव दर चुनाव यह नारा असर भी दिखाता रहा। हर चुनाव में कांग्रेस का वोट बैंक घटता गया। पिछले विधानसभा चुनाव में तो बरेली संसदीय क्षेत्र की सीटों पर उसका वोट प्रतिशत 1.2 और आंवला संसदीय क्षेत्र की सीटों पर एक प्रतिशत से भी कम सिर्फ 0.8 प्रतिशत रह गया था। 

इससे पहले लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस को बरेली में सात और आंवला में छह प्रतिशत वोट ही मिला था। बदायूं संसदीय क्षेत्र की सीटों पर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का वोट प्रतिशत 0.7 और लोकसभा चुनाव 2019 में सिर्फ 4.8 था। कांग्रेस की ऐसी ही स्थिति शाहजहांपुर और पीलीभीत संसदीय क्षेत्र में भी थी।

कांग्रेस के इतनी दयनीय हालत में पहुंच जाने के बावजूद इस लोकसभा चुनाव में भाजपा का मुख्य आक्रमण उसी पर हो रहा है। कहने को सपा भी भाजपा के निशाने पर रही है, लेकिन उतना नहीं जितना कि कांग्रेस।

सपा में राहुल-प्रियंका का क्रेज, हाईकमान से बरेली में कार्यक्रम मांगा, नहीं मिला
पांचों सीटों पर सपा खुद चुनाव लड़ रही है लेकिन सपा के नेताओं के बीच भी कांग्रेस का क्रेज नजर आ रहा है। पिछले दिनों सपा नेताओं की ओर से सपा प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव, राज्यसभा सदस्य जया बच्चन के साथ राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का भी बरेली में चुनाव प्रचार करने के लिए कार्यक्रम मांगा था लेकिन कांग्रेस हाईकमान ने इस पर विचार नहीं किया। 

दरअसल माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने जिस तरह अलग-अलग मुद्दों पर माहौल तैयार किया है, उसका काफी फायदा इंडिया गठबंधन के तहत सपा को मिल रहा है। इसी कारण सपा नेताओं को उम्मीद थी कि राहुल-प्रियंका के आने से उनका चुनाव और बेहतर हो जाएगा।

कब कैसे भाजपा नेताओं ने कांग्रेस पर किए हमले
कांग्रेस तुष्टीकरण के दलदल में इस कदर डूब गई है कि कभी बाहर नहीं निकल सकती। कांग्रेस का घोषणा पत्र मुस्लिम लीग का घोषणा पत्र लगता है। - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, 9 अप्रैल को पीलीभीत की जनसभा में

जम्मू-कश्मीर में अब कोई भी जमीन खरीद सकता है। कांग्रेस ने लोगों को इससे वंचित कर रखा था। कांग्रेस, सपा या बसपा वाले क्या कभी राम मंदिर बना पाते। - मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, 13 अप्रैल को बहेड़ी में

इंडी गठबंधन से जुड़े लोग भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाले हैं। तुष्टीकरण के लिए चेहरे देखकर योजनाओं का लाभ देते हैं। - मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, 2 अप्रैल को बरेली में हुए प्रबुद्ध सम्मेलन में

कांग्रेस की सरकार में 12 लाख करोड़ का घोटाला हुआ। अरुणाचल प्रदेश में भी कांग्रेस की हालत पतली हो चुकी है। इनके पास न कोई नेता है न नीति और नियत। - डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, 15 अप्रैल को

कांग्रेस सरकार के दौरान जम्मू-कश्मीर में भारत माता की जय बोलना भी अपराध था। अब तो विदेश में घूमने वाले युवाओं की भी सुरक्षा की पूरी गारंटी है। - जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव, 15 अप्रैल को नामांकन सभा में

कांग्रेस का खतरनाक पंजा आपका हक छीनने वाला है। कांग्रेस का इरादा ओबीसी को मिलने वाला आरक्षण छीनकर उसका हिस्सा अपने पसंद के वोट बैंक को देने का है। कांग्रेस आई तो महिलाओं का मंगलसूत्र, किसानों की जमीन, घर तक का बंटवारा कर दूसरे को बांट देगी। - पीएम मोदी, 25 अप्रैल को आंवला की जनसभा में

कांग्रेस चाहती तो आजादी के फौरन बाद राम मंदिर के निर्माण का मार्ग साफ कर सकती थी। उसका एजेंडा घोषणा पत्र से साफ है, वह प्रदेश को दंगे की आग में झोंकना चाहती है। - मुख्यमंत्री, आंवला में 25 अप्रैल को

कांग्रेस का एजेंडा सामाजिक टकराव का रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने तो देश के संसाधनों पर पहला हक मुसलमानों का बता दिया था। - प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह 27 अप्रैल को मीडिया सेंटर के उद्घाटन के दौरान 

चुनाव की शुरुआत कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा से हुई है लेकिन चार जून के बाद अंत कांग्रेस ढूंढो यात्रा के साथ होगा। बरेली का दंगा हुआ तो कांग्रेस शहरवालों के साथ नहीं खड़ी नहीं हुई। - गृहमंत्री अमित शाह, बरेली में दो अप्रैल को जनसभा में

डायनासोर की तरह कांग्रेस और सपा भी विलुप्त हो जाएगी। बच्चे 10 साल बाद पूछेंगे कि कांग्रेस क्या थी। राष्ट्रवाद, आरक्षण और राम मंदिर, धारा 370 के मुद्दे पर भी कांग्रेस को निशाने पर लिया। - रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, दो मई बदायूं के दातागंज में

कांग्रेस देश के खिलाफ गोपनीय एजेंडे के तहत काम कर रही है। सपा-बसपा और कांग्रेस के लोग राम के अस्तित्व पर सवाल खड़े करते थे लेकिन अब उनके सुर बदल गए हैं। - मुख्यमंत्री 3 मई को फरीदपुर में

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