बरेली: युवती के दुकान चलाने से नाराज दूसरे जाति के लोगों ने की अभद्रता

बरेली, अमृत विचार। एक युवती ने गांव के ही एक दूसरे समुदाय के व्यक्ति व उसके बेटे पर घर में घुसकर अभद्रता व मारपीट का आरोप लगाया है। युवती का कहना है कि पिछले पांच साल से गांव की सरकारी गल्ले की दुकान आरोपी चला रहे थे। एक साल पहले जब युवती ने दुकान का …

बरेली, अमृत विचार। एक युवती ने गांव के ही एक दूसरे समुदाय के व्यक्ति व उसके बेटे पर घर में घुसकर अभद्रता व मारपीट का आरोप लगाया है। युवती का कहना है कि पिछले पांच साल से गांव की सरकारी गल्ले की दुकान आरोपी चला रहे थे। एक साल पहले जब युवती ने दुकान का काम संभाला तो आरोपियों ने उसके साथ मारपीट कर दी। अब उसे और उसके परिवार को गांव से निकालने की धमकी भी दे रहे हैं।

युवती का आरोप है कि चौकी में शिकायत करने पर पुलिस लगातार समझौता करने का दबाब बना रही है। स्थानीय पुलिस से मदद न मिलने के बाद युवती ने मामले की शिकायत एसएसपी से की है।

फरीदपुर क्षेत्र की रहने वाली एक युवती ने बताया कि उसके परिवार में बुजुर्ग माता-पिता के अलावा कोई और सदस्य नहीं है। वह ओबीसी से संबंध रखती है। जबकि उसके गांव में सामान्य जाति समूह का बोलबाला है। गांव की सरकारी गल्ले की दुकान पिछले पांच साल से उसकी मां के नाम पर आवंटित है। बावजूद इसके गांव के ही एक व्यक्ति व उसके दो बेटों द्वारा दुकान का संचालन किया जा रहा था। वहीं गल्ला वितरण करने में आरोपी घपलेबाजी भी करते थे, जिसके बाद गांव के अन्य लोग युवती की मां व पिता से झगड़ा करते थे।

युवती ने बताया कि स्नातक के बाद एक साल पहले सरकारी गल्ले की दुकान संभालनी शुरू कर दी। इससे नाराज आरोपी के दो बेटे 26 जून की रात उसकी दुकान पहुंचे और गल्ले की मांग करने लगे। युवती ने देर होने के कारण अगले दिन आने की बात कही तो दोनों आरोपी घर में घुस गए और उसके साथ मारपीट और अभद्रता करने लगे। उसी दौरान पति अनिल कुमार ने पहुंचकर अपनी पत्नी को बचाया।

वहीं आरोपी जान से मारने की धमकी देते हुए फरार हो गए। युवती ने बताया कि डर की वजह से वह दो दिनों तक घर से नहीं निकली। हिम्मत जुटा कर जब पुलिस चौकी पहुंची तो वहां दरोगा ने उसे घंटों तक बिठाकर रखा और आरोपियों के पहुंचने पर उस पर समझौता करने का दबाव बनाया। तभी से आरोपी लगातार उसे व उसके परिवार को गांव से निकालने की धमकी दे रहे हैं।