Bareilly: शहाबुद्दीन बोले...जिन्हें भारत का मुसलमान खतरे में लगे उन्हें पाकिस्तान भेज दिया जाए !

Bareilly: शहाबुद्दीन बोले...जिन्हें भारत का मुसलमान खतरे में लगे उन्हें पाकिस्तान भेज दिया जाए !

बरेली, अमृत विचार। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के पदाधिकारियों पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि बोर्ड के जिम्मेदार कह रहे हैं कि देश में मुसलमानों को खतरा है और वे सुरक्षित नहीं। लेकिन उन्हें पता होना चाहिए कि सालों में मुसलमान इस देश में बिना किसी रोक-टोक अपने धार्मिक आयोजन कर रहे हैं। मुसलमान खतरे में हैं, ये एक सरासर अफवाह है। भारत में मुसलमानों को खतरे में बताने वालों को एक बार पाकिस्तान की सैर करा दी जानी चाहिए।

दरअसल मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने शनिवार को अपना एक बयान जारी किया। जिसमें उन्होंने कहा कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ दिल्ली स्थित जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन करने जा रहा है। धरना प्रदर्शन करना हर शख्स का संवैधानिक अधिकार है। मगर रमजान का महीना खुदा की इबादत के लिए है, न कि धरना प्रदर्शन के लिए। साल के 12 महीनों में रमजान का एक महीने में मुसलमान अकीदत के साथ रोजा रखता है। 

नमाज पढ़ता है, कुरआन शरीफ की तिलावत करता है, आदि धार्मिक गतिविधियों में रात व दिन लगा रहता है। घर-घर  महिलाएं और बच्चे भी खुदा की इबादत में व्यस्त रहते हैं। लिहाजा रमजान के दिनों में धरना-प्रदर्शन का आयोजन करने का मतलब लोगों को धार्मिक कार्य से रोककर राजनीतिक काम में लगाना है। साल के 11 महीनों में किसी दिन भी धरना प्रदर्शन का आयोजन किया जा सकता था, रमजान के महीने में ही क्यों आयोजन किया गया।

मौलाना ने भारत सरकार को सुझाव देते हुए कहा कि बोर्ड के जिम्मेदारान भारत में मुसलमानों को असुरक्षित बता रहे हैं। ऐसे लोगों को वीजा देकर भारत के पड़ोसी देशों में पाकिस्तान, अफगानिस्तान, और बंगलादेश में मौका मुआयना के लिए भेज देना चाहिए। इन मुस्लिम देशों के हालात अपनी आंखों से देखकर सबकुछ समझ आ जाएगा। फिर भारत वापस आकर यही लोग चिल्ला-चिल्ला कर कहेंगे कि भारत में मुसलमानों को कोई खतरा नहीं।