बरेली: सत्ता का डर, घटतौली वाली एजेंसी में झांके भी नहीं अफसर

बरेली, अमृत विचार। इसे सत्ता का दबाव ही कहेंगे कि भाजपा महानगर के महामंत्री अधीर सक्सेना की जिस सिद्धि विनायक गैस एजेंसी के सिलेंडरों में बड़े पैमाने पर घटतौली पकड़ी गयी। उस एजेंसी की जांच करना तो दूर विधिक माप विज्ञान विभाग के अधिकारी झांकने तक नहीं गए। जबकि तीन दिन से गैस एजेंसियों की …
बरेली, अमृत विचार। इसे सत्ता का दबाव ही कहेंगे कि भाजपा महानगर के महामंत्री अधीर सक्सेना की जिस सिद्धि विनायक गैस एजेंसी के सिलेंडरों में बड़े पैमाने पर घटतौली पकड़ी गयी। उस एजेंसी की जांच करना तो दूर विधिक माप विज्ञान विभाग के अधिकारी झांकने तक नहीं गए। जबकि तीन दिन से गैस एजेंसियों की जांच के नाम पर खानापूरी कर रहे हैं।
11 गैस एजेंसियों की जांच में उन्हें किसी प्रकार की घटतौली के साक्ष्य नहीं मिले। इससे साफ है कि अधिकारी सिर्फ उच्चाधिकारियों को दिखाने के लिए जांच कर रहे हैं। आमजन की दिक्कतों से उन्हें कोई लेना-देना नहीं है। हालांकि अधिकारी शुक्रवार को सिद्धि विनायक गैस एजेंसी के गोदाम का निरीक्षण करने की बात कह रहे हैं। तीन दिन में टीमों ने जिलेभर में करीब 11 गैस गोदामों का निरीक्षण किया।
गुरुवार को बरेली किला लैब की टीम ने वरिष्ठ निरीक्षक पवन यादव के नेतृत्व में नवाबगंज स्थित सत्यम इंडेन गैस सर्विस और फतेहगंज पूर्वी स्थित आर.के. इंटप्राइजेज इंडेन गैस सर्विस पर निरीक्षण किया लेकिन यहां टीम को सब कुछ ठीक-ठाक मिला। भारी संख्या में अब भी गैस एजेंसियों के गोदाम बचे हैं जहां अगर जाकर देखा जाए तो काफी गड़बड़ियां मिल सकती हैं लेकिन तीन दिन के अंदर विभाग की दो टीमें केवल 11 गैस एजेंसियों के गोदामों पर ही निरीक्षण कर पाईं जिसमें फरीदपुर की पांच एजेंसियों पर गड़बड़ी खुलकर सामने आईं।
विभाग के आला अफसरान से अभियान की सुस्त चाल के बारे में पूछने पर वह पर्याप्त मात्रा में टीमें नहीं होने का रोना रोते हैं। उनका कहना है कि जो टीमें मौजूद हैं उन पर दूसरे कई जिलों की जिम्मेदारी भी है। सबसे हैरानी की बात यह है कि जिस सिद्धि विनायक गैस एजेंसी के सिलेंडरों में घटतौली उजागर हुई और रिपोर्ट तक दर्ज की गई। अभियान के दौरान उस एजेंसी में जाने की जहमत तक विभाग के अधिकारियों और टीमों ने नहीं उठाई। कहा जा रहा है कि मामला भाजपा नेता से जुड़ा है।
लिहाजा अधिकारी अपना पल्ला झाड़ते नजर आ रहे हैं। पूर्ति विभाग तो पहले ही रिपोर्ट दर्ज कराकर गेंद पुलिस के पाले में फेंक चुका है और अब विधिक माप विज्ञान विभाग की टीमें सिद्धि विनायक गैस एजेंसी का निरीक्षण तक करने से कतरा रही हैं। हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि शुक्रवार को गोदाम पर जाकर निरीक्षण करेंगे। सवाल यह उठता है कि तीन दिन चले अभियान के दौरान जब विभाग की टीमें सिद्धि विनायक गैस एजेंसी की तरफ भटकी तक नहीं तो अभियान खत्म होने के बाद निरीक्षण की बात बेहद हास्यस्पद है।
शहरी क्षेत्र के गोदामों पर भटकी तक नहीं टीमें
तीन दिन तक चले अभियान के दौरान शहरी क्षेत्र में मौजूद गैस गोदामों पर विधिक माप विज्ञान की टीमें भटकी तक नहीं। मिनी बाईपास और हार्टमैन के नजदीक एलपीजी रोड के गैस एजेंसियों के गोदामों पर अनियमिमताओं का मामला अमृत विचार ने बीते दिनों प्रमुखता से उजागर किया था। यहां मानकों की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही थीं लेकिन शहरी क्षेत्र के गैस एजेंसियों के यह गोदाम अभियान के दौरान विभाग की नजर से दूर रहे।
गुरुवार को एक टीम शाहजहांपुर भेजनी पड़ी जिस कारण अधिक गोदामों पर निरीक्षण नहीं हो पाया। टीमों के पास दूसरे जिलों की भी जिम्मेदारी है। तीन दिन तक चले अभियान में जिन गोदामों पर अनियमितता मिली उनका चालान किया गया है। -मनोज कुमार, सहायक नियंत्रक विधिक माप विज्ञान संभाग
तीन दिन का अभियान खत्म हो गया है लेकिन आगे भी गैस गोदामों पर निरीक्षण किया जा सकता है। शुक्रवार को टीमों तैयार कर सिद्धि विनायक गैस एजेंसी के गोदाम को भी चेक किया जा सकता है। -पवन यादव, वरिष्ठ निरीक्षक, किला लैब